इस्राइल-फिलिस्तीन विवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने भारत की स्थिति स्पष्ट करते हुए 'दो राष्ट्र' समाधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
"...India is committed to supporting a Two-State solution where the Palestinian people are able to live freely in an independent country within secure borders, with due regard to the security needs of Israel..."
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) May 1, 2024
- PR at #UNGA Meeting on Gaza today pic.twitter.com/3znI9sn0FF
संयुक्त राष्ट्र आम सभी में गाजा मसले पर बैठक के दौरान कम्बोज ने कहा कि भारत 'दो राष्ट्र' समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है जहां फिलिस्तीनी लोग इजरायल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित सीमाओं के भीतर एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्र रूप से रह सकें। भारत ने कहा कि दीर्घकालिक शांति का यही कारगर रास्ता है।
महासभा में भारत ने फिलिस्तीन की संयुक्त राष्ट्र सदस्यता का समर्थन किया है। कंबोज ने कहा कि हमें उम्मीद है संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन की सदस्यता पर उचित समय पर पुनर्विचार किया जाएगा और संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बनने के फिलिस्तीन के प्रयास को समर्थन मिलेगा।
इस्राइल हमास टकराव को लेकर भी संयुक्त राष्ट्र में भारत ने अपना रुख फिर से साफ कर दिया। बैठक में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि इस संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर नागरिकों, खासकर महिलाओं और बच्चों की जान गई है और गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है, जो बिल्कुल अस्वीकार्य है।
इसी के साथ कंबोज ने इस्राइल पर बीते साल 7 अक्तूबर को हुए हमले की भी कड़ी निंदा की और कहा कि वह आतंकी हमला चौंकाने वाला था और इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए। भारत का रुख आतंकवाद के सभी रूपों के साथ समझौता न करने वाला रहा है। भारत सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करता है।
कंबोज ने कहा कि गाजा में हालात बिगड़ने से रोकने के लिए तुरंत मानवीय सहायता पहुंचाई जानी चाहिए ताकि हालात और न बिगड़ें। हम चाहते हैं कि इस मानवीय सहायता के लिए सबको साथ आना चाहिए। इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र ने जो कदम उठाये हैं हम उनका भी स्वागत करते हैं। कंबोज ने कहा कि संकट में घिरे फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत ने मानवीय सहायता पहुंचाई है और हम भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे।
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