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शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन ने जीता ग्रैमी, रिकी केज ने भारत को चमकता सितारा बताया

पुरस्कार समारोह में शामिल हुए दो बार के ग्रैमी विजेता रिकी केज ने कहा ‘वाह..राकेश चौरसिया, शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन, सेल्वागणेश विनायकराम और उस्ताद जाकिर हुसैन...भारत सही में चमकता सितारा है। रोमांचक! एक ही साल में पांच भारतीयों ने ग्रैमी पुरस्कार जीते हैं।’

शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन के फ्यूजन बैंड 'शक्ति' ने 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम' के लिए ग्रैमी पुरस्कार जीता / @RecordingAcad

भारतीय संगीतकार शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन के फ्यूजन बैंड 'शक्ति' ने 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम' के लिए ग्रैमी पुरस्कार जीता। यह पुरस्कार उनके एल्बम 'दिस मोमेंट' के लिए दिया गया है। ग्रैमी परिवार द्वारा एक्स पर साझा की गई एक तस्वीर में महादेवन और बैंड के एक अन्य सदस्य गणेश राजगोपालन को मंच पर पुरस्कार स्वीकार करते देखा जा सकता है। ग्रैमी ने पोस्ट में लिखा, 'सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत एल्बम विजेता - 'दिस मोमेंट' शक्ति को बधाई।

संगीत के क्षेत्र के सबसे बड़े पुरस्कार ग्रैमी अवॉर्ड्स का आयोजन करने वाली रिकॉर्डिंग एकेडमी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह घोषणा की। बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम का ग्रैमी अवॉर्ड पाने वाले ‘शक्ति’ का एल्बम ‘दिस मूमेंट’ जून 2023 में रिलीज किया गया था। इस एल्बम में म्यूजिक ग्रुप के संस्थापक सदस्य गिटार वादक जॉन मैकलॉघलिन के साथ जाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, वायलिन वादक गणेश राजगोपालन और तालवादक सेल्वागणेश विनायकराम शामिल हैं।

महादेवन, राजगोपालन और सेल्वागणेश पुरस्कार लेने के लिए मंच पर आए, जबकि मैकलॉघलिन समारोह में शामिल नहीं हुए और हुसैन एक और ग्रैमी पुरस्कार जीतने के बाद मंच के पीछे थे। महादेवन ने इस जीत का श्रेय अपनी पत्नी संगीता को दिया। ईश्वर, परिवार, दोस्तों और भारत का शुक्रिया कहा। राजगोपालन ने इस पुरस्कार के लिए रिकॉर्डिंग एकेडमी का आभार जताया।

पिछले साल 30 जून को रिलीज हुए एल्बम 'दिस मोमेंट' में जॉन मैकलॉघलिन (गिटार), जाकिर हुसैन (तबला), शंकर महादेवन (गायक), वी सेल्वागणेश (तालवादक) और गणेश राजगोपालन (वायलिन वादक) द्वारा तैयार किए गए आठ गाने हैं। उन्हें सुसाना बाका, बोकांटे, बर्ना बॉय और डेविडो जैसे अन्य कलाकारों के साथ ग्रैमी के लिए नामांकित किया गया था।

वहीं, जाकिर हुसैन ने बेला फ्लेक और एडगर मेयर के साथ 'पश्तो' में उनके योगदान के लिए 'सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रदर्शन' ग्रैमी भी हासिल किया, जिसमें राकेश चौरसिया बांसुरी वादक थे। हुसैन ने एक रात में तीन ग्रैमी पुरस्कार जीते, जबकि चौरसिया को दो पुरस्कार मिले।

पुरस्कार समारोह में शामिल हुए दो बार के ग्रैमी विजेता रिकी केज ने 2024 को ग्रैमी में भारत का वर्ष बताया। उन्होंने कहा, ‘वाह..राकेश चौरसिया, शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन, सेल्वागणेश विनायकराम और उस्ताद जाकिर हुसैन...भारत सही में चमकता सितारा है। रोमांचक! एक ही साल में पांच भारतीयों ने ग्रैमी पुरस्कार जीते हैं।’

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