भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच निवेश, बिजली व्यापार और डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आठ समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। आइए बताते हैं कि ये कौन से आठ समझौते हैं और इनका क्या उद्देश्य है-
इन समझौतों पर दस्तखत से पहले पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि आमने-सामने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने बैठक में द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की और सहयोग के नए क्षेत्रों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, डिजिटल बुनियादी ढांचे, फिनटेक, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने का स्वागत किया। गौरतलब है कि यूएई पश्चिम एशिया में भारत के सबसे करीबी रणनीतिक और ऊर्जा भागीदारों में से एक है। 2022 में मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से दोनों के बीच व्यापार को काफी बढ़ावा मिला है।
राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने पीएम मोदी को विशेष सम्मान दिया। उन्होंने खुद हवाई अड्डे पर जाकर मोदी का स्वागत किया। द्विपक्षीय बैठक के दौरान मोदी ने एमबीजेड के नाम से मशहूर राष्ट्रपति को अपना भाई बताया और कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे वह अपने घर आए हैं। दोनों नेताओं की पिछले सात महीनों में यह पांचवीं मुलाकात है। मोदी सातवीं बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर पहुंचे हैं।
भारत और यूएई के बीच ये आठ समझौतों पर दस्तखत किए गए-
1. द्विपक्षीय निवेश संधि: यह संधि एक व्यापक निवेश साझेदारी को मजबूत करेगी। यह न केवल मौजूदा निवेशों की रक्षा करेगा बल्कि दोनों देशों के बीच आगे पूंजी प्रवाह को भी बढ़ाएगी।
2. भारत-मध्य पूर्व आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर फ्रेमवर्क एग्रीमेंट: दोनों सरकारों के बीच हुए इस समझौते का उद्देश्य क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना है।
3. तत्काल भुगतान प्लेटफॉर्म UPI (भारत) और AANI (यूएई) को जोड़ना: यह एक व्यापक सहयोग का सिस्टम तैयार करेगा और इसकी बदौलत यूएई में लोग AANI के प्लैटफॉर्म से भी यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे।
4. भारतीय घरेलू डेबिट व क्रेडिट कार्ड RuPay को JAYWAN (UAE) के साथ जोड़ना: इससे यूएई में भारतीय रुपे कार्ड की सुविधाओं का इस्तेमाल संभव हो सकेगा। इस समझौते से दोनों देशों सहयोग का एक व्यापक ढांचा बनाएंगे।
5. ऊर्जा सुरक्षा एवं सहयोग मजबूत करने का समझौता: यह समझौता हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण और ऊर्जा सुरक्षा एवं व्यापार को लेकर पर सहयोग पर केंद्रित होगा।
6. बिजली इंटरकनेक्शन एवं व्यापार को लेकर एमओयू: यह समझौता ज्ञापन हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण, ऊर्जा सुरक्षा एवं व्यापार पर सहयोग जैसे विषयों पर केंद्रित होगा।
7. राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर (NMHC) के विकास का समझौता: इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य गुजरात के लोथल में समुद्री विरासत परिसर का सपोर्ट करने के लिए दोनों देशों के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देना है।
8. यूएई के राष्ट्रीय पुस्तकालय व अभिलेखागार और भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार के बीच सहयोग: यह प्रोटोकॉल समझौता आर्काइव मटीरियल को बहाल करने और उसके संरक्षण के क्षेत्र में व्यापक द्विपक्षीय सहयोग का सिस्टम स्थापित करेगा।
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