अमेरिका भारत पर दबाव बना रहा है कि वो Amazon और Walmart को अपने 125 अरब डॉलर के ऑनलाइन मार्केट में पूरी छूट दे। यह जानकारी 22 अप्रैल को Financial Times के हवाले से सामने आई है। खबर में इंडस्ट्री के लोगों, लॉबीइस्ट्स और अमेरिकी सरकार के अफसरों के हवाले से ये जानकारी दी गई है।
Financial Times की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट पर व्यापक बातचीत में अमेरिका ई-कॉमर्स के मुद्दे पर समान अवसर देने के लिए जोर डालेगा। इन वार्ताओं में खाने‑पीने की चीजों से लेकर कार सेक्टर तक कई मुद्दे शामिल होंगे। हालांकि रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं है कि ट्रम्प प्रशासन भारत सरकार से किस तरह के कदम उठाने की उम्मीद कर रहा है।
अमेजन और वॉलमार्ट भारत में स्थानीय इकाइयों के जरिए काम करते हैं, लेकिन वे घरेलू कंपनी रिलायंस की तरह स्टॉक रखने और सीधे ग्राहकों को बेचने में सक्षम नहीं हैं। रिलायंस अपने विशाल खुदरा नेटवर्क का इस्तेमाल कर देशभर के ग्राहकों तक पहुंच सकती है और शॉपिंग स्टोर्स खोल सकती है।
रॉयटर्स की टिप्पणी के लिए अमेजन और वॉलमार्ट की तरफ से तत्काल कोई जवाब नहीं आया। भारत और अमेरिका व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं ताकि अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने से बचा जा सके।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी 21 अप्रैल को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। नई दिल्ली में अधिकारियों को उम्मीद है कि ट्रम्प द्वारा 9 अप्रैल को प्रमुख व्यापारिक भागीदारों के लिए घोषित 90 दिनों के टैरिफ बढ़ोतरी पर रोक के दौरान अमेरिका के साथ व्यापार समझौता हो जाएगा।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login