मैरीलैंड की लेफ्टिनेंट गवर्नर अरुणा मिलर ने अमेरिकी सरकार के हर स्तरों पर विभिन्न समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की पैरवी की है। मिलर ने न्यूयॉर्क में इंडियन कॉन्सुलेट की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान इस मसले पर चर्चा की।
यह कार्यक्रम इंडियास्पोरा इम्पैक्ट रिपोर्ट “Small Community, Big Contributions, Boundless Horizons” के अनावरण के लिए आयोजित किया गया था। इस रिपोर्ट में अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी राजनयिक अतुल केशप और इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
भारतीय मूल की अमेरिकी अरुणा मिलर ने कहा कि मेरे जैसे अप्रवासी जब इस देश में आते हैं तो सरकार को नेविगेट करना थोड़ा मुश्किल होता है, सरकार पर भरोसा करना मुश्किल होता है, क्योंकि आपको वहां अपने जैसे लोग नहीं देखते हैं। ऐसे में सरकार के सभी स्तरों पर विविध समुदाय का प्रतिनिधित्व होना बहुत महत्वपूर्ण है।
मिलर ने आगे कहा कि मैरीलैंड ने 2023 में पहले अश्वेत गवर्नर वेस मूर को चुनकर और उन्हें (अरुणा मिलर को) पहली भारतीय-अमेरिकी अप्रवासी महिला लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में सेवाएं देने का मौका देकर इतिहास रचा था। गवर्नर मूर और मेरे बारे में दिलचस्प बात यह है कि हम अमेरिका के ऐसे पहले अश्वेत हैं, जिन्हें यह मौका मिला।
मिलर ने जोर देकर कहा कि अप्रवासियों की भूमिका किसी पद पर पहली बार चुने जाने से कहीं ज्यादा है। हमारा लक्ष्य यह है कि सभी को समान अवसर मिलें। हमारा काम यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति चाहे युवा हो या बूढ़े, जब वे किसी कमरे या जगह पर जाएं तो उनके अंदर विश्वास हो कि वे वहां रहने के लायक हैं।
मिलर ने बतौर लेफ्टिनेंट गवर्नर अपनी उपलब्धियों के बारे में भी बताया।
इंडियास्पोरा से बेहद प्रभावित हूं : अतुल केशप
इंडियास्पोरा इम्पैक्ट रिपोर्ट कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी राजनयिक अतुल केशप ने कहा कि मैं भारतीयों, भारतीय-अमेरिकियों और दुनिया भर के लोगों के लिए इंडियास्पोरा के कार्यों से बहुत प्रभावित हूं। विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत भारतीयों जिनमें सरकारी अधिकारी, राजनेता और अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं, उनके ठोस प्रयासों से अमेरिका-भारत संबंधों में काफी प्रगति हुई है। पिछले 25 वर्षों में हमने काफी सफर तय किया है।
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के अध्यक्ष केशप ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उन्हें भारत और अमेरिका दोनों के एक छोटे लेकिन प्रभावशाली संगठन का नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने बताया कि अमेरिका और भारतीय सरकारों द्वारा स्थापित यह परिषद दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए नीतिगत विचारों के प्रमुख शिल्पकार का काम करती है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास डिजिटल अर्थव्यवस्था से संबंधित सात अलग-अलग नीतिगत कार्यक्षेत्र हैं जहां अमेरिका और भारत गर्व के साथ दुनिया का नेतृत्व करते हैं। ये क्षेत्र हैं- वित्तीय सेवाएं, ऊर्जा, एयरोस्पेस व डिफेंस, कानूनी व पेशेवर सेवाएं और एक नई कमिटी जिसे फार्म, खाद्य, कृषि, खुदरा, विनिर्माण, आपूर्ति श्रृंखला कहा जाता है।
इंडियास्पोरा संस्थापक ने फेडएक्स सीईओ की सराहना की
इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने फेडएक्स के सीईओ राज सुब्रमण्यन की उपलब्धियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वह शायद 30-40 साल पहले यहां आए थे। उन्होंने एक कंपनी में शुरुआत की। 30 से अधिक वर्षों तक कंपनी में रहे। अब वह फॉर्च्यून 500 कंपनी के सीईओ हैं। यह हम प्रवासियों की सफलता है। राज समुदाय के लिए अद्भुत काम करते हैं। बता दें कि राज सुब्रमण्यम दुनिया की सबसे बड़ी परिवहन कंपनियों में से एक FedEx Corporation के प्रेसिडेंट, सीईओ और बोर्ड मेंबर हैं।
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