भारतीय मूल के अमेरिकी सीईओ मेहुल संघानी वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी में होने वाली आगामी कमेंसमेंट डे सेरेमनी के मुख्य वक्ता होंगे। यह सेरेमनी 10 मई को आयोजित की जाएगी।
मेहुल संघानी खुद वर्जीनिया टेक के छात्र रहे हैं। फिलहाल वह टेक्नोलोजी कंपनी ऑक्टो के सीईओ हैं। इस कंपनी की स्थापना उन्होंने वर्ष 2006 में की थी। यह कंपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जटिल समस्याओं के समाधान की दिशा में सक्रिय है।
मेहुल संघानी के नेतृत्व में ऑक्टो कंपनी ने इनोवेशन के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। आईएनसी. मैगजीन की तरफ से देश के सबसे तेजी से बढ़ते प्राइवेट बिजनेस की लिस्ट में भी उसे शुमार किया जा चुका है। पिछले साल जनवरी में आईबीएम ने घोषणा की थी कि वह 1.3 बिलियन डॉलर में कंपनी का अधिग्रहण करने जा रही है।
मेहुल की पत्नी हेमा संघानी भी वर्जीनिया टेक की छात्रा रही हैं। साल 2021 में मेहुल और हेमा ने एक करोड़ डॉलर की रकम डोनेट की थी। इसमें से 15 लाख डॉलर द मार्केट ऑफ वर्जीनिया टेक की स्थापना के लिए आवंटित किए गए थे। यह कैंपस में अपनी तरह का अनोखा फूड पैंट्री बिजनेस है, जो छात्रों की खानपान संबंधी समस्याओं का समाधान करता है।
इसके अलावा इस रकम का इस्तेमाल संघानी सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा एनालिटिक्स के लिए भी किया जाना था। उन्होंने संघानी प्लेयर लाउंज के लिए भी फंड दिया था, जो वर्जीनिया टेक की फुटबॉल टीम के सपोर्ट के लिए था। संघानी वर्जीनिया टेक में पैम्पलिन स्कूल ऑफ बिजनेस के बोर्ड मेंबर भी हैं।
वर्जीनिया टेक के प्रेसिडेंट टिम सैंड्स ने कमेंसमेंट सेरेमनी में मेहुल संघानी को आमंत्रित किए जाने पर कहा कि मेहुल की जिंदगी, करियर, सेवा की भावना और अपने पूर्व कॉलेज को सपोर्ट करने की इच्छा बाकी कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत साबित हुई है। उनकी जिंदगी ऐसे छात्रों के लिए प्रेरणा देती है, जो अपने दम पर उल्लेखनीय सफलताएं हासिल करना चाहते हैं।
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