इंडिया फिलान्थ्रॉपी अलायंस (IPA) ने अपने तीसरे वार्षिक इंडिया गिविंग डे आयोजन में भारतीय अमेरिकी परिवारों से कम से कम 100 डॉलर दान करने का आग्रह किया। यह पहल अमेरिका और भारत में परोपकारी कार्यों के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम कर रही 36 संस्थाओं की मदद करने से जुड़ी है।
IPA के कार्यकारी निदेशक एलेक्स काउंट्स ने बताया कि इंडिया गिविंग डे का मुख्य उद्देश्य अमेरिका से भारत को मिलने वाले दान को बढ़ाना है। यह न केवल भारत में सक्रिय प्रमुख गैर-लाभकारी संगठनों के बारे में जानकारी हासिल करने का केंद्रीय मंच प्रदान करती है बल्कि एक सहयोगी वातावरण में अधिक से अधिक लोगों को दान के लिए प्रेरित भी करती है।
इस अभियान को अमेरिका में व्यापक समर्थन हासिल है। लगभग 70 सामुदायिक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। डलास में आठ गैर-लाभकारी संस्थाएं मिलकर अपने अभियानों को प्रस्तुत करेंगी और लोगों को योगदान के लिए प्रेरित करेंगी।
आकांक्षा एजुकेशन फंड की कार्यकारी निदेशक और इंडिया गिविंग डे की सह-अध्यक्ष सेजल देसाई ने इस पहल के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि हम अक्सर यह सोचते हैं कि संसाधन सीमित हैं और हमें एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करनी होगी लेकिन इंडिया गिविंग डे हमें यह विश्वास दिलाता है कि हम मिलकर अधिक संसाधन जुटा सकते हैं और अपने प्रभाव को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
आयोजकों का अनुमान है कि इस आयोजन से गैर-लाभकारी संगठनों के लिए 125 मिलियन डॉलर की धनराशि जुटाई जा सकती है। इस प्रयास को और अधिक प्रेरक बनाने के लिए रूरल इंडिया सपोर्टिंग ट्रस्ट (RIST) ने 115,000 डॉलर की पुरस्कार राशि और अनुदान देने का संकल्प लिया है।
2023 में इस पहल के तहत 1.37 मिलियन डॉलर जुटाए गए थे जबकि 2024 में यह राशि बढ़कर 5.54 मिलियन डॉलर हो गई थी। आयोजकों को उम्मीद है कि इस वर्ष यह आंकड़ा और भी अधिक होगा।
इंडिया गिविंग डे को IPA की स्टीयरिंग कमेटी द्वारा संचालित किया जाता है। इसे जॉन डी. और कैथरीन टी. मैकआर्थर फाउंडेशन जैसे प्रमुख प्रायोजकों का समर्थन प्राप्त है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login