स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भारतीय-अमेरिकी व्यवसायी और परोपकारी राम श्रीराम को अपने सर्वोच्च वार्षिक स्वयंसेवी सेवा पुरस्कार गोल्ड स्पाइक अवार्ड से सम्मानित किया है। प्रेसिडेंट रिचर्ड सैलर ने श्रीराम को सम्मानित किया। यह पुरस्कार विश्वविद्यालय में श्रीराम के योगदान और विभिन्न पहलों को आगे बढ़ाने के प्रति उनके समर्पण को मान्यता देता है।
गोल्ड स्पाइक अवार्ड स्टैनफोर्ड पूर्व छात्रों के मानद संगठन स्टैनफोर्ड एसोसिएट्स द्वारा उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने विश्वविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक स्वयंसेवी सेवा का प्रदर्शन किया है।
श्रीराम शेरपालो वेंचर्स के संस्थापक हैं और स्टैनफोर्ड एसोसिएट्स द्वारा 'बौद्धिक रूप से जिज्ञासु चेंजमेकर' के रूप में उनकी प्रशंसा की गई है। श्रीराम ने अपने नेतृत्व और वकालत के माध्यम से स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में नवीन बायोइंजीनियरिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पहल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भारतीय अमेरिकी ने विश्वविद्यालय के न्यासी बोर्ड में दो बार अपनी सेवाएं दी हैं। एक बार उपाध्यक्ष के रूप में भी। श्रीराम स्टैनफोर्ड सीड के बोर्ड सदस्य और स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के लंबे समय तक सलाहकार भी रहे हैं। वह और उनकी पत्नी विजय माता-पिता सलाहकार बोर्ड के सदस्य भी रहे।
भारत में जन्मे और पले-बढ़े श्रीराम 1977 में अपनी स्नातक की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले आए। श्रीराम इंडियास्पोरा के चार्टर सदस्य और विदेश संबंध परिषद के सदस्य के रूप में भी कार्य करते हैं। अपने इस करियर के अलावा श्रीराम धनम फाउंडेशन के भी अध्यक्ष हैं। यह संस्था विभिन्न समुदायों में वंचित, शैक्षणिक रूप से प्रेरित छात्रों का समर्थन करती है। 2023 में उन्हें एलिस आइलैंड मेडल ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था।
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