भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रमुख नेता योगी चुग ने भारत के हालिया लोकसभा चुनाव के नतीजों और अमेरिका-भारत संबंधों पर उसके असर को लेकर वॉशिंगटन डीसी में आयोजित इंडिया एडवोकेसी डे के मौके पर अपने विचार साझा किए।
चुग ने भारतीय चुनाव के नतीजों के अच्छे परिणामों की उम्मीद जताते हुए इसे लेकर सिलिकॉन वैली की सकारात्मक प्रतिक्रिया का हवाला दिया। उनका कहना था कि भविष्य को लेकर उम्मीद, नीतियों में निरंतरता और दुनिया के सबसे स्थिर लोकतंत्रों में से एक के रूप में भारत के प्रदर्शन ने सिलिकॉन वैली को काफी उत्साहित किया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका विश्वास है कि पिछली सरकार का नया कार्यकाल वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत की स्थिति को और भी मजबूत करेगा। उन्होंने कांग्रेस की प्रतिक्रिया को भी अत्यधिक सकारात्मक बताया।
कार्यक्रम में अमेरिका-भारत साझेदारी के महत्व पर जोर देते हुए देश भर के लगभग 150 भारतीय प्रवासियों ने हिस्सा लिया। चर्चा के प्रमुख मुद्दों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध, भारत-प्रशांत क्षेत्र, आव्रजन सुधार और महत्वपूर्ण खनिज शामिल रहे।
चुग ने आप्रवासन को लेकर प्रवासी परिवारों के सामने आ रही समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुशल कामगारों और उनके परिवारों को ग्रीन कार्ड के लिए लंबे समय तक प्रतीक्षा करनी होती है। बढ़ती उम्र के बच्चे पात्रता से बाहर किए जा रहे हैं।
उनका कहना था कि व्यापक पैमाने पर आव्रजन सुधार तुरंत लागू नहीं किए जा सकते लेकिन इस बात पर सभी की सहमति है कि अमेरिका के हितों को साधने के लिए कुशल कार्यबल की रक्षा जरूरी है।
चुग ने महत्वपूर्ण खनिजों का मुद्दा भी उठाया और कहा कि चीन के प्रभाव का मुकाबला करना और भारत को इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में स्थापित करना जरूरी है। इसके अलावा उन्होंने मंदिरों को विरूपित करने, हिंदू विरोधी नफरती घटनाओं में वृद्धि का भी मुद्दा उठाया। इन समस्याओं के समाधान के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
चुग ने कहा कि जलवायु परिवर्तन समेत वैश्विक मुद्दों पर भारत की भूमिका को मजबूती से स्वीकार किया जाता है। पेरिस समझौते के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और न्यू साउथ में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए उसने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने अमेरिका-भारत के बीच साझेदारी को उज्जवल भविष्य को लेकर भी उत्साह व्यक्त किया।
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