भारतीय अमेरिकियों के एक ग्रुप ने किसानों की मदद के लिए एक अनूठा मोबाइल ऐप तैयार किया है। इसका नाम LetzFarm है। इसे एआई के उपयोग से कृषि उपज में सुधार करने, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
त्रिनिदाद एवं टोबैगो के कार्बन ज़ीरो इंस्टीट्यूट, CZITT और Abris की टीमें कैरेबियाई और छोटे द्वीपीय देशों की मदद के तरीकों पर पिछले कुछ समय से मंथन कर रही थीं। इनमें Abris के सीईओ और सह-संस्थापक प्रिया सामंत, डोनाल्ड बलदेव सिंह, मेलानी टीका सिंह, थॉमस अरुल, अनुषा अनबरासन और कुबेरन सेल्वराज शामिल हैं।
इस ऐप को वाशिंगटन डीसी में इंस्टीट्यूट ऑफ कैरेबियन स्टडीज (ICS) की तरफ से आयोजित इन्वेस्ट स्मार्ट कैरेबियन समिट में लॉन्च किया गया। इसे त्रिनिदाद व टोबैगो के किसानों के लिए कस्टमाइज किया गया है। अन्य कैरेबियाई देशों में इस्तेमाल के लिए इसका विस्तार किया जाएगा।
LetzFarm एआई की मदद से किसानों को फसल प्रबंधन, जलवायु और बाजार की वास्तविक जानकारी प्रदान करता है। दावा किया जा रहा है कि यह ऐप कैरिबियाई, लैटिन अमेरिका और विश्व में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल बनने की क्षमता रखता है।
लॉन्च इवेंट में एक पैनल चर्चा भी हुई जिसमें संयुक्त राष्ट्र के 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में से आठ के साथ इस ऐप के एलाइनमेंट को रेखांकित किया गया। कहा गया कि LetzFarm खाद्य सुरक्षा बढ़ाने, जलवायु लचीलेपन को बढ़ावा देने और कैरिबियाई व अन्य जगहों पर कृषि में समावेशी विकास को बढ़ावा दे सकता है।
इस इवेंट में त्रिनिदाद एवं टोबैगो के पूर्व राष्ट्रपति जस्टिस एंथनी कारमोना, विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार हेमांग जानी और परमेश शाह आदि शामिल हुए। जानी ने ऐप को लेकर कहा कि यह भारतीय ज्ञान के वैश्विक विस्तार का उदाहरण है जिसका उद्देश्य कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, कीमतें घटाना और किसानों को वैश्विक स्तर पर अच्छे बाजारों तक पहुंच प्रदान करना है।
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