भारतीय प्रवासी सदस्यों ने 48 घंटे से भी कम समय में ब्रिटिश कोलंबिया प्रांतीय संसद में 26 में से 15 सीटें जीतकर इतिहास रचा और तानिया सोढी ने न्यू ब्रंसविक के लिए चुनी जाने वाली दक्षिण एशिया की पहली महिला बनकर ऐतिहासिक सफलता की नई गाथा लिखी है। चुनाव सोमवार को हुए थे।
तानिया लिबरल पार्टी का प्रतिनिधित्व करती हैं जिसने स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। 49 के सदन में उदारवादियों ने पिछली सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव कंजरवेटिव्स को हराकर 31 सीटें जीतीं। कंजर्वेटिव इस बार केवल 16 सीटें ही जीत सके जबकि पिछली विधानसभा में उन्हें 25 सीटें मिली थीं।
दिलचस्प बात यह है कि प्रवासी भारतीयों के सदस्य कनाडाई संसद (हाउस ऑफ कॉमन्स) और ओंटारियो, ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा, मैनिटोबा, सस्केचेवान और न्यू ब्रंसविक की प्रांतीय संसदों में बैठते हैं। वे संघीय और प्रांतीय राजनीति में बेहतर प्रतिनिधित्व करने वाला सबसे बड़े प्रवासी समुदाय हैं।
भारत से न्यू ब्रंसविक जा पहुंचीं तानिया सोढी अब मॉन्कटन नॉर्थवेस्ट में रहती हैं। दो युवा लड़कियों की मां होने के नाते वह कहती हैं कि वह माता-पिता बनने की चुनौतियों को समझती हैं और अपने समुदाय के सभी परिवारों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तानिया न केवल एक सफल रियल्टर हैं बल्कि वह एक स्थानीय डेकेयर का प्रबंधन भी करती है। यहां वह युवा मस्तिष्तों का पोषण और शिक्षण करती हैं ताकि नेताओं की अगली पीढ़ी को बढ़ावा दिया जा सके।
उनकी संघर्ष यात्रा भारत में शुरू हुई। वहां उन्होंने कानून का अभ्यास किया। इससे पेशेवर अनुभव और सार्वजनिक सेवा में उनकी भूमिका में एक विविध दृष्टिकोण आया। तानिया के कौशल और अनुभवों का अनूठा मिश्रण उन्हे अपने समुदाय के लिए एक मजबूत वकील बनने में सक्षम बनाता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि मॉन्कटन नॉर्थवेस्ट की आवाज सुनी जाएगी और उसका प्रतिनिधित्व होगा।
तानिया कहती हैं कि एक समर्पित समुदाय सदस्य के रूप में वह मॉन्कटन नॉर्थवेस्ट के निवासियों की सेवा करने और अपने कार्यकाल में परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत और प्रतिबद्ध रहेंगी।
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