भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों और ओवरसीज सिटीजंस ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्डधारकों के लिए इमिग्रेशन को सुव्यवस्थित करने के लिए नया आव्रजन कार्यक्रम शुरू किया है। इसका नाम फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP) है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भारतीय नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के फायदे के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह यात्रा को सुविधाजनक बनाने और दक्षता बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
This initiative allows Indian nationals & OCI cardholders to use e-gates, bypassing regular immigration queues.
— Delhi Airport (@DelhiAirport) June 22, 2024
With eight electronic gates at Terminal 3, FTI-TTP aims to enhance travel convenience, reduce congestion, and provide a seamless travel experience. pic.twitter.com/WRgFPlpDrQ
FTI-TTP का उद्देश्य स्वचालित गेट (ई-गेट्स) के साथ विश्वस्तरीय आव्रजन सुविधाएं तैयार करना है, जो इमिग्रेशन मंजूरी प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप को कम करेगा। इसे ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन द्वारा ऑनलाइन मैनेज किया जाएगा।
इसका लाभ उठाने के लिए आवेदकों को आवश्यक विवरण और दस्तावेज प्रदान करते हुए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। सत्यापित यात्रियों को एक वाइट लिस्ट सूची में जोड़ा जाएगा। इसके तहत उनका बायोमेट्रिक डाटा एफआरआरओ कार्यालय में दर्ज किया जाएगा।
इस प्रक्रिया के तहत पंजीकृत यात्री को उड़ान की जानकारी प्राप्त करने के लिए एयरलाइन से प्राप्त अपने बोर्डिंग पास को इलेक्ट्रॉनिक गेट पर स्कैन करने के लिए कहा जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक गेट पर यात्रियों के बायोमेट्रिक डेटा का सफलतापूर्वक सत्यापन और पासपोर्ट स्कैन होने के बाद ई-गेट अपने आप खुल जाएगा।
केंद्रीय मंत्री शाह ने बताया कि इस प्रक्रिया से यात्री की पहचान और बायोमेट्रिक्स प्रमाणित होने के बाद ई-गेट अपने आप खुल जाएगा। इसका पंजीकरण पांच साल के लिए या पासपोर्ट की अवधि समाप्त होने तक, जो भी पहले हो, तब तक के लिए वैध होगा।
उन्होंने बताया कि इस सुविधा को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में भारतीय नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के लिए यह सुविधा शुरू होगी। उसके बाद दूसरे चरण में विदेशी यात्रियों को इसकी सुविधा दी जाएगी।
FTI-TTP शुरुआत में पूरे भारत में 21 प्रमुख हवाई अड्डों को कवर करेगा। पहले चरण में इसे दिल्ली के साथ मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और अहमदाबाद के हवाई अड्डों पर शुरू किया जाएगा। इसके शुरू होने से यात्रियों का काफी समय बच सकेगा।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login