अमेरिका की एक महिला से 1.23 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में एक भारत के हरियाणा राज्य के हैकर सुखदेव वैद को 4 साल की सजा सुनाई गई है। अमेरिका में यह मामला फरवरी 2023 में तब सामने आया, जब ग्लेशियर बैंक ने एफबीआई को सूचना दी थी कि 73 साल की महिला जेन डो के साथ धोखाधड़ी की गई है। खास बात यह है कि पीड़ित के और पैसे हड़पने के लिए वैद अमेरिका भी पहुंच गया था।
सुखदेव ने जेन डो के कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने वाले पॉप-अप के जरिए पैसे देने का झांसा दिया। उनके सिस्टम के हैकिंग होने की की बात बताई। इसके लिए कस्टमर सहायता के लिए एक नंबर पर कॉल करने को कहा। सुरक्षा के तहत बैंक खातों से नकदी निकालने का निर्देश दिया। बुजुर्ग जेन डो ने 150,000 डॉलर नकद दे दिए। इसके बाद जब सुखदेव को पता चला कि महिला के अकाउंट में अभी और पैसे हैं तो वह उनको भी ऐंठने के लिए अमेरिका के मोंटाना पहुंच गए।
अमेरिकी वकील के मुताबिक, कंप्यूटर हैकिंग के जरिए बुजुर्ग अमेरिकी महिला से 150,000 डॉलर (1,24,33642 रुपये) धोखाधड़ी करने के मामले में अमेरिका की अदालत ने 24 साल के भारतीय युवक सुखदेव का 51 महीने जेल की सजा सुनाई है। सुखदेव को दिसंबर 2023 में धोखाधड़ी के आरोपों में दोषी ठहराया गया था। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि लड़का अमेरिका में बुजुर्गों को निशाना बना रहा था। अब तक वह 1.2 मिलियन डॉलर से ज्यादा की धोखाधड़ी कर चुका है।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि हिरासत से रिहा होने पर सुखदेव वैद को निर्वासन के लिए सीमा शुल्क और आव्रजन प्रवर्तन ब्यूरो को भेज दिया जाएगा और उसे 1,236,470 डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया है। अमेरिकी अटॉर्नी लास्लोविच ने कहा कि एफबीआई की सख्ती की वजह से सुखदेव को संघीय जेल भेजा जा रहा है। लास्लोविच का कहना है कि इस तरह के धोखाधड़ी करने वाले लोग सुखदेव की तरह ही पकड़े जाएंगे।
एफबीआई की प्रभारी विशेष एजेंट शोहिनी सिन्हा का कहना है कि 'फैंटम हैकर' किसी के कंप्यूटर और उसकी निजी जानकारी तक पहुंचने के लिए तकनीक की मदद लेते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी पॉप-अप या टेक्स्ट मैसेज या ईमेल द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी अनजान के कहने पर कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड न करें। एक बात जानना सबके लिए जरूरी है कि सरकार और कानूनी एजेंसियां कभी भी पैसे मांगने के लिए कॉल नहीं करते हैं।
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