भारत में गोवा की अदालत ने आठ साल पुराने आयरिश टूरिस्ट डेनिएल मैक्लॉघलिन के दुष्कर्म और हत्या के मामले में 31 वर्षीय विकट भगत को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
यह घटना 2017 में साउथ गोवा के मशहूर पालोलेम समुद्र तट के पास हुई थी। 28 वर्षीय डेनिएल का क्षत-विक्षत शव कुछ किलोमीटर दूर नग्न अवस्था में कानाकोना में एक किसान को मिला था। डेनिएल आयरलैंड के बुनक्राना की रहने वाली थीं और होली मनाने गोवा आई थीं।
पुलिस ने स्थानीय निवासी विकट भगत पर डेनिएल की हत्या और दुष्कर्म का आरोप लगाया। सुनवाई के बाद अब अदालत ने भगत को दोषी करार देते हुए कठोर उम्रकैद की सजा सुनाई है।
स्पेशल प्रॉसिक्यूटर विक्रम वर्मा ने कहा कि आरोपी को कठोर आजीवन कारावास की सजा मिलने से पीड़िता के परिवार को न्याय मिला है। पीड़िता के परिवार ने मीडिया से कहा कि न्याय की इस लड़ाई में शामिल उन सभी लोगों के प्रति हम आभारी हैं, जिन्होंने डेनिएल को अपनी बेटी की तरह समझा और न्याय दिलने के लिए अथक प्रयास किए।
कभी पुर्तगाली उपनिवेश रहा गोवा अपनी नाइटलाइफ, सुनहरी रेत और शांत वातावरण के लिए दुनियाभर के पर्यटकों के बीच मशहूर है। लेकिन विदेशी पर्यटकों से जुड़े कुछ हाई-प्रोफाइल अपराधों ने इसकी छवि को प्रभावित किया है।
2008 में ब्रिटिश किशोरी स्कारलेट कीलिंग की गोवा में नशीली दवा देकर दुष्कर्म और हत्या कर दी गई थी। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आया था।
भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में लंबित मामलों की संख्या को लेकर भी अक्सर सवाल उठते रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2022 तक देशभर में 4.3 करोड़ से अधिक केस पेंडिंग थे। इनमें से कई तो वर्षों से अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं।
(रिपोर्ट: आर्या देसाई, पणजी)
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login