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अमेरिकी अदालत में भारतीय नागरिक ने इस मामले में अपना जुर्म कबूला, 10 अक्टूबर को सजा

अमेरिकी अटॉर्नी फिलिप आर. सेलिंगर ने बताया कि नेवार्क संघीय अदालत में अमेरिकी जिला न्यायाधीश मैडलिन कॉक्स आर्लियो के समक्ष संदीप बेंगरा ने दो आरोपों को स्वीकार किया। एक आरोप ई-मेल के जरिए धोखाधड़ी करने की साजिश रचने का है और दूसरा आरोप चोरी की संपत्ति के अंतरराज्यीय हस्तांतरण की साजिश का है।

36 साल संदीप बेंगरा ने ‘सेलुलर’ उपकरणों को बदलने के लिए झूठे दावे पेश किए और फिर उन उपकरणों को अमेरिका के बाहर बेच दिया। / NIA

अमेरिका के न्यूजर्सी की एक अदालत में भारतीय नागरिक ने फर्जी पहचान के जरिए विभिन्न फोन प्रोवाइडर्स और बीमा कंपनियों से लाखों अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी करने के गुनाह को कबूल किया है। इस मामले में आरोप है कि आरोपी 36 साल संदीप बेंगरा ने ‘सेलुलर’ उपकरणों को बदलने के लिए झूठे दावे पेश किए और फिर उन उपकरणों को अमेरिका के बाहर बेच दिया। धोखाधड़ीपूर्ण दावे दर्ज करने के लिए नकली पहचान का इस्तेमाल किया। बेंगरा ने स्वीकार किया कि बदले गए उपकरणों की कीमत 90 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक थी। उसे 10 अक्टूबर 2024 को सजा सुनाई जाएगी।

अमेरिकी अटॉर्नी फिलिप आर. सेलिंगर ने बताया कि नेवार्क संघीय अदालत में अमेरिकी जिला न्यायाधीश मैडलिन कॉक्स आर्लियो के समक्ष संदीप बेंगरा ने दो आरोपों को स्वीकार किया। एक आरोप ई-मेल के जरिए धोखाधड़ी करने की साजिश रचने का है और दूसरा आरोप चोरी की संपत्ति के अंतरराज्यीय हस्तांतरण की साजिश का है।

अदालती दस्तावेजों के अनुसार, जून 2013 से जून 2019 तक बेंगरा ने अमेरिकी मेल सिस्टम और थर्ड पार्टी के मेल केरियर का उपयोग करके सेलुलर टेलीफोन प्रोवाइडर्स और बीमा कंपनियों से धोखाधड़ी करने के मकसद से एक व्यापक योजना में भाग लिया। साजिश में शामिल लोगों के साथ काम करते हुए बेंगेरा ने खोए हुए, चोरी हुए या क्षतिग्रस्त सेलुलर टेलीफोन और अन्य उपकरणों का दावा करते हुए धोखाधड़ी के साथ चोरी और फर्जी पहचानों का इस्तेमाल किया, जिसका मकसद रिप्लेसमेंट डिवाइस को अपने कब्जे में लेना था।

अपनी योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए बेंगरा और उनके सहयोगियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में मेलबॉक्स और स्टोरेज यूनिट्स का एक नेटवर्क स्थापित किया। इनमें न्यू जर्सी में भी स्थान शामिल थे, जहां रिप्लेस्ड डिवाइस डिलिवर किए जाने वाले था। इन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर स्थित तीसरे पक्षों को बेचने से पहले जमा किए जाने थे। बेंगेरा ने स्वीकार किया कि रिप्लेस्ड डिवाइस का संयुक्त मूल्य 9 मिलियन डॉलर से अधिक था।

इस धोखाधड़ी करने की साजिश का अपराध 20 साल की अधिकतम जेल की सजा और 250,000 डॉलर तक का जुर्माना या अपराध से होने वाले लाभ या नुकसान के दोगुने से दंडनीय है। इसी तरह, चोरी की गई वस्तुओं के अंतरराज्यीय हस्तांतरण करने की साजिश के अपराध में अधिकतम पांच साल की कैद और 250,000 डॉलर तक का जुर्माना या अपराध से होने वाले लाभ या नुकसान के दोगुने का दंड है। उनकी सजा 10 अक्टूबर को तय की जानी है।

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