ऑस्ट्रेलियाई सेना के भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई सदस्य कैप्टन राजेंद्र पांडे को प्रतिष्ठित कांस्य प्रशस्ति से सम्मानित किया गया है। कैप्टन पांडे को यह सम्मान उनकी असाधारण सेवा और समर्पण को रेखांकित करते हुए दिया गया है। कहा गया है कि कैप्टन पांडे के उत्कृष्ट योगदान और अपने कर्तव्यों तथा साथी सैनिकों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है यह प्रशस्ति।
कांस्य प्रशस्ति को कमांडर प्रशस्ति के रूप में भी जाना जाता है। यह प्रशस्ति उन कर्मियों को प्रदान की जाती है जिन्होंने असाधारण स्तर की प्रतिबद्धता और योगदान का प्रदर्शन किया है। इस सम्मान को पाने वाला इसलिए अलग और विशिष्ट माना जाता है क्योंकि वह प्राप्तकर्ता को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में चिह्नित करता है जो कर्तव्य की पुकार से ऊपर जा चुका है। कांस्य प्रशस्ति केवल एक पदक या सजावट नहीं है। यह समर्पण, कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता की भी मान्यता है।
इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद कैप्टन पांडे की प्रतिक्रिया विनम्रता और कृतज्ञता से भरी हुई थी। उन्होंने कहा कि मैं जुनूनी, प्रतिबद्ध और समर्पित सैनिकों के साथ सेवा करने के विशेषाधिकार के लिए ऑस्ट्रेलियाई सेना का बहुत आभारी हूं।
कैप्टन पांडे के ये शब्द सेना के मिशन में योगदान करने के अवसर और उनके प्रयासों के लिए पहचाने जाने के अप्रत्याशित सम्मान के लिए उनकी गहरी सराहना को भी दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मान इसलिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब अन्य साथी सैनिकों के बीच से आपको चुना जाता है।
कैप्टन राजेंद्र पांडे की कहानी इन मूल्यों की एक ऐसी चमकती मिसाल है जो ऑस्ट्रेलियाई सेना और व्यापक समुदाय में उनके साथियों को प्रेरित करती है। उनकी उपलब्धि भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई समुदाय के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। किसी अन्य देश को अपनाकर और उसका सदस्य बनकर किस तरह से अपने कर्तव्यों का निर्वाह किया जाता है यह सम्मान उसका भी एक शानदार उदाहरण है।
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