ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के जोड़े के प्रत्यर्पण की मांग भारत ने की थी। इनके खिलाफ भारत के गुजरात में अपने गोद लिए बेटे की हत्या का आरोप था। अब नई खबर सामने आई है कि ब्रिटेन की अदालत ने इन्हें आधा टन से अधिक कोकीन को ऑस्ट्रेलिया भेजने के आरोप में दोषी पाया है। मामले में दोनों को 33-33 साल जेल की सजा सुनाई गई है। 59 वर्षीय आरती धीर और 35 वर्षीय कवलजीतसिंह रायजादा को कोकीन निर्यात के 12 मामलों और मनी लॉन्ड्रिंग के 18 मामलों में दोषी ठहराया गया है।
भारत ने 2017 में गुजरात में अपने 11 वर्षीय गोद लिए बेटे गोपाल सेजानी की कथित हत्या के लिए दंपति के प्रत्यर्पण की मांग की थी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, जुलाई 2019 में लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने मानवाधिकार के आधार पर अनुरोध को खारिज कर दिया था। गुजरात पुलिस ने अपनी जांच में कहा कि इस जोड़ी ने 1.3 करोड़ रुपये के जीवन बीमा के लिए अपहरण और हत्या की साजिश रचने से पहले गोपाल को गोद लिया था।
धीर और रायजादा को 21 जून, 2021 को हैनवेल में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मई 2021 में सिडनी पहुंचने पर ऑस्ट्रेलियाई बॉर्डर फोर्स द्वारा कोकीन पकड़े जाने के बाद राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (NCA) के जांचकर्ताओं ने धीर और रायजादा की पहचान की थी। ड्रग्स को ब्रिटेन से एक कर्मशियल उड़ान के माध्यम से भेजा गया था। मेटल के छह टूलबॉक्स में 514 किलो कोकीन पाई गई थी। टूलबॉक्स के प्लास्टिक रैपिंग पर रायजादा की उंगलियों के निशान पाए गए थे। 2855 पाउंड मूल्य के टूलबॉक्स के ऑर्डर की रसीदें दंपति के घर से मिली थीं।
अधिकारियों का कहना है कि इन्होंने ड्रग्स की तस्करी के लिए ही विफ्लाई फ्रेट सर्विसेज नामक एक कंपनी बनाई थी। एनसीए के मुताबिक दोनों दोषी जून 2015 में कंपनी बनने के बाद से अलग-अलग समय पर इसके डायरेक्टर रहे हैं। अपराध एजेंसी के अनुसार, एयरपोर्ट की माल ढुलाई प्रक्रियाओं के बारे में अपनी जानकारी का दोनों ने अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया।
एनसीए के वरिष्ठ जांच अधिकारी पियर्स फिलिप्स ने कहा कि आरती धीर और रायजादा ने यूके से ऑस्ट्रेलिया तक लाखों पाउंड मूल्य की कोकीन की तस्करी की। उन्होंने अपने धन को छिपाने के प्रयास में अपने अवैध मुनाफे को नकदी के रूप में अपने घर में रखा, साथ ही संपत्ति, सोना और चांदी भी खरीदी। दोनों की गिरफ्तारी के बाद उनके परिसर की तलाशी ली गई। इस दौरान उनके घर से 5000 पाउंड मूल्य की सोने की परत चढ़ी चांदी की छड़ें, घर के अंदर 13,000 पाउंड और एक बॉक्स में 60,000 पाउंड नकद मिले थे।
पूछताछ में पता चला कि उन्होंने ईलिंग में 800,000 पाउंड में एक फ्लैट और 62,000 पाउंड में एक लैंड रोवर भी खरीदा था। जांच से पता चला कि दोनों के पास बैंक खातों में नकदी थी जो उनकी घोषित आय से कहीं अधिक थी। उन्होंने 2019 से 22 अलग-अलग बैंक खातों में लगभग 740,000 पाउंड नकद जमा किए थे। इसके बाद उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया था।
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