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भारतीय मूल के तीन युवा वैज्ञानिक ब्लावाटनिक नेशनल अवार्ड्स के लिए फाइनलिस्ट

ये पुरस्कार वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने वाले असाधारण युवा शोधकर्ताओं को सम्मानित करते हैं। प्रत्येक फाइनलिस्ट को अपने शोध का समर्थन करने के लिए बिना किसी प्रतिबंध के $100,000 प्राप्त होंगे। फाइनलिस्ट और विजेताओं को 1 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में सम्मानित किया जाएगा।

योगेश सुरेंद्रनाथ, अनीमा आनंदकुमार और सोहिनी रामचंद्रन (बाएं से) / Image- MIT Chemistry/ LinkedIn (Anima Anandkumar)/ Blavatnik National Awards for Young Scientists

तीन भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक 2024 के ब्लावाटनिक (Blavatnik ) नेशनल अवार्ड्स फॉर यंग साइंटिस्ट्स के लिए फाइनलिस्ट हैं, जो विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों में असाधारण योगदान को सम्मानित करते हैं। 2007 में ब्लावाटनिक फैमिली फाउंडेशन द्वारा स्थापित और न्यू यॉर्क एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रशासित, ये पुरस्कार वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने वाले असाधारण युवा शोधकर्ताओं को सम्मानित करते हैं। प्रत्येक फाइनलिस्ट को अपने शोध का समर्थन करने के लिए बिना किसी प्रतिबंध के $100,000 प्राप्त होंगे।

कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ब्रेन प्रोफेसर ऑफ कंप्यूटिंग एंड मैथमेटिकल साइंसेज, अनीमा आनंदकुमार को भौतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग कैटिगरी में फाइनलिस्ट के रूप में चुना गया है। उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अपने बेहतरीन काम के लिए पहचाना जाता है, खासकर न्यूरल ऑपरेटरों को विकसित करने के लिए। यह एक AI तरीका है जो मल्टी-स्केल प्रोसेस को मॉडल करने में सक्षम है।

आनंदकुमार ने कहा, 'मुझे यह पुरस्कार मिलने पर बहुत खुशी हुई है। AI+Science में हमारे मौलिक काम को पहचाना गया है। मैं अपने सहयोगियों, अपने सहकर्मियों और कैलटेक प्रशासन के समर्थन के लिए आभारी हूं।' आनंद के इनोवेशन ने AI-आधारित मौसम पूर्वानुमान और COVID-19 को समझने जैसे क्षेत्रों को काफी प्रभावित किया है।

केमिकल साइंसेज कैटिगरी में MIT के प्रोफेसर योगेश सुरेंद्रनाथ को इलेक्ट्रिफाइड सरफेस पर अपने काम और ईंधन और रासायनिक रिएक्शन को डीकार्बोनाइज करने के उद्देश्य से नई रासायनिक प्रतिक्रियाओं के विकास के लिए मान्यता मिली है। भारत के बैंगलोर में जन्मे सुरेंद्रनाथ तीन साल की उम्र में अमेरिका आ गए थे। उनका शोध सतत रासायनिक प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाता है।

ब्राउन यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सोहिनी रामचंद्रन मानव आनुवंशिक विविधता और फर्सनलाइज्ड मेडिसिन के इस्तेमाल के लिए इसके निहितार्थों पर अपने शोध के लिए लाइफ साइंसेज श्रेणी में फाइनलिस्ट हैं। सोहिनी रामचंद्रन ने इस मान्यता के लिए अपनी आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'मानव जीनोम एक अविश्वसनीय पाठ है, जो हमारी साझा मानवता और मानव लक्षणों को आकार देने में जीन और वातावरण के बीच पारस्परिक क्रिया को प्रकट करता है।

ब्लावाटनिक नेशनल अवार्ड्स ने 2014 में न्यू यॉर्क त्रि-राज्य क्षेत्र में असाधारण युवा वैज्ञानिकों को पहचानना शुरू किया और राष्ट्रीय स्तर पर इसका विस्तार किया। इसने शुरूआत के बाद से 470 से अधिक वैज्ञानिकों को $17 मिलियन से अधिक का पुरस्कार दिया है। फाइनलिस्ट और विजेताओं का 1 अक्टूबर, 2024 को न्यू यॉर्क शहर के अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में आयोजित एक समारोह में जश्न मनाया जाएगा।

 

 

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