एरिजोना विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ मेडिसिन - टक्सन ने अपने सेल्युलर और मॉलिक्युलर चिकित्सा विभाग के नए प्रमुख के रूप में डॉ. शक्तिवेल सदायप्पन को नियुक्त किया है। सदायप्पन सिंसिनैटी यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ मेडिसिन से विश्वविद्यालय में शामिल हुए हैं। वहां उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा फंडेड महत्वपूर्ण रिसर्च का नेतृत्व किया।
उनके करियर में सिंसिनैटी विश्वविद्यालय, शिकागो में लोयोला विश्वविद्यालय और जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर हार्ट एंड लंग रिसर्च में भूमिकाएं भी शामिल हैं। 170 से अधिक प्रकाशित वैज्ञानिक पत्रों और तीन पेटेंट के साथ, सदायप्पन का शोध आनुवंशिक रूप से प्रेरित दिल की विफलता और डिस्टल आर्थ्रोग्रिपोसिस और घातक जन्मजात संकुचन सिंड्रोम जैसी बीमारियों के लिए इनसज का पता लगाने का लक्ष्य रखता है।
उन्हें एडुकेटर ऑफ द ईयर के रूप में सम्मानित किया गया है और उन्होंने 100 से अधिक छात्रों और पोस्टडॉक्टरल फैलो को सलाह दी है। कॉलेज ऑफ मेडिसिन - टक्सन के डीन माइकल एम.आई. अबेकासिस ने कहा, 'डॉ. सदायप्पन एक सफल शोधकर्ता हैं। उनका रिसर्च दिल के स्वास्थ्य में सुधार पर केंद्रित हैं। हम उनके आगमन और उनके काम से कॉलेज को मिलने वाले फायदे को लेकर बहुत खुश हैं।'
इस भूमिका पर टिप्पणी करते हुए, सदायप्पन ने कहा, 'एरिजोना विश्वविद्यालय और विशेष रूप से यह विभाग (सेल्युलर और मॉलिक्युलर चिकित्सा) दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में से एक है। हम इसे मायोफिलामेंट अनुसंधान के लिए काशी कहते हैं।'
सदायप्पन ने भारत के मदुरै कामराज विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी की उपाधि हासिल की है। यहां उन्होंने कार्डिएक हायपरट्रोफी के मॉलिक्युलर पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सिंसिनैटी विश्वविद्यालय के कार्ल एच. लिंडनर कॉलेज ऑफ बिजनेस से एमबीए की डिग्री भी प्राप्त की और सिंसिनैटी विश्वविद्यालय में भविष्य के संकाय के लिए तैयारी पर एक प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम पूरा किया।
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