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ये भारतीय छात्र बने अमेरिका में जानलेवा हमले के शिकार

सबसे हालिया मामला सैयद मजहर अली का है। शिकागो में चार हथियारबंद लुटेरों ने उनके घर के पास अली पर हमला कर दिया था। उनका खून से लथपथ मदद मांगते हुए का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

अमेरिका में जान गंवाने वालों में समीर कामथ, नील आचार्य और श्रेयस रेड्डी भी शामिल थे। / साभार सोशल मीडिया

अमेरिका में हाल के दिनों में भारतीय मूल के छात्रों पर हिंसक हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। कई भारतीय छात्रों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत भी हो चुकी है। आइए बताते हैं, अमेरिका में पढ़ाई करने गए भारतीय मूल के किन-किन छात्रों को हाल ही में हमले का शिकार होना पड़ा है। 

सैयद मजहर अली 
सबसे हालिया मामला सैयद मजहर अली का है। शिकागो में चार हथियारबंद लुटेरों ने उनके घर के पास अली पर हमला कर दिया था। उनका खून से लथपथ मदद मांगते हुए का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना ने अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। 

विवेक सैनी 
अमेरिका में पढ़ाई करने गए 25 वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप 53 साल के एक नशेड़ी जूलियन फॉकनर पर लगा है। सैनी जॉर्जिया के एक स्टोर में काम करता था। वहीं पर जूलियन ने उसकी हथौड़ा मारकर हत्या कर दी थी। 

श्रेयस रेड्डी बेनिगर
ओहियो के लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस से पढ़ाई कर रहे 19 वर्षीय छात्र श्रेयस रेड्डी बेनिगर पिछले हफ्ते मृत मिले थे। अधिकारियों ने इस मामले के पीछे किसी तरह की वारदात से इनकार किया है। बेनिगर के माता-पिता हैदराबाद में रहते हैं। हालांकि उनके पास अमेरिकी पासपोर्ट है।

नील आचार्य
नील आचार्य नाम के भारतीय छात्र का शव पर्ड्यू यूनिवर्सिटी कैंपस में मृत अवस्था में मिला था। आचार्य की डेडबॉडी उनकी मां द्वारा उनके लापता होने की सूचना दिए जाने के कुछ घंटों बाद बरामद की गई थी।

अकुल धवन
अकुल धवन नाम का भारतीय छात्र इलिनोइस यूनिवर्सिटी के अर्बाना शैंपेन (यूआईयूसी) के बाहर मृत पाया गया था। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, पोस्ट मॉर्टम के शुरुआती निष्कर्षों से पता चला कि अकुल की मृत्यु हाइपोथर्मिया की वजह से हुई थी।

समीर कामथ
एक अन्य भारतीय अमेरिकी छात्र समीर एक प्राकृतिक संरक्षित क्षेत्र में मृत स्थिति में मिला था। समीर पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट पढ़ रहा था। समीर ने पिछले साल अगस्त में ही पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की थी और उनके पास अमेरिकी नागरिकता थी।

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