भारतीय मूल की पल्लवी सिंह को सोसायटी फॉर एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी (SEB) प्रेसिडेंट मेडल से सम्मानित करेगी। 2 से 5 जुलाई तक प्राग में होने वाले SEB सम्मेलन में पल्लवी को सम्मानित किया जाएगा। प्रेसिडेंट मेडल प्रतिवर्ष उत्कृष्ट योग्यता वाले युवा वैज्ञानिकों को प्रदान किए जाते हैं।
पल्लवी भारत में पली-बढ़ी हैं और उन्होंने उत्तर प्रदेश के लखनऊ विश्वविद्यालय से बीएससी (वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान) और एमएससी (जैव रसायन) की है। वर्ष 2011 में पल्लवी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट जीनोम रिसर्च, नई दिल्ली में पीएचडी करने के लिए सीएसआईआर-जूनियर रिसर्च फेलोशिप प्रदान की गई थी। पल्लवी के शोध कार्य को भारत में विज्ञान अकादमी से INSA और NASI यंग साइंटिस्ट अवार्ड्स (2019, 2017) द्वारा मान्यता दी गई है।
अक्तूबर 2015 में वह चावल पर शोध कार्य करने के लिए कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से जुड़ गईं और फिर 2017 में पल्लवी प्रोफेसर जूलियन हिबर्ड के साथ काम करने के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (UK) चली गईं। 2018 में उन्हें इमैनुएल कॉलेज में जॉन हेनरी कोट्स रिसर्च फेलो नियुक्त किया गया। कैम्ब्रिज में उनका शोध C4 प्रकाश संश्लेषण के ट्रांसक्रिप्शनल विनियमन पर केंद्रित था।
सितंबर 2022 से पल्लवी एसेक्स विश्वविद्यालय (UK) में व्याख्याता के रूप में काम कर रही हैं। उनका शोध समूह फसल पौधों में जल उपयोग रणनीतियों के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने पर केंद्रित है। प्रयोगशाला का लक्ष्य कार्बन लाभ के साथ पौधों की जल आपूर्ति को संतुलित करने, जल उपयोग दक्षता को अधिकतम करने की पूरक आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करके प्रकाश संश्लेषक उत्पादकता को बढ़ाना है।
पल्लवी सिंह के शोध का व्यापक लक्ष्य अधिक जल-कुशल फसलें विकसित करना और जलवायु-मित्र कृषि को बढ़ावा देना है। SEB की स्थापना 1923 में लंदन के बिर्कबेक कॉलेज में अपनी सभी शाखाओं में प्रायोगिक जीव विज्ञान की कला और विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login