ADVERTISEMENTs

भारतीय मूल के इस वैज्ञानिक ने बनाई ऐसी चिप, बढ़ गई यूट्यूब की स्पीड, मिला यह सम्मान

कंप्यूटर वैज्ञानिक पार्थसारथी रंगनाथन को टेक्निकल एमी (Emmy) अवॉर्ड से सम्मानित किया है। रंगनाथन गूगल में उपाध्यक्ष और तकनीकी फेलो हैं। वह अक्टूबर में 75वें सालाना टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग Emmy अवॉर्ड्स समारोह में एमी स्वीकार करेंगे।

रंगनाथन को यह सम्मान अर्गोस प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक और इसके द्वारा बनाए गए विशेष चिप के मुख्य वास्तुकार के रूप में उनकी भूमिका के कारण मिला है। / Courtesy Photo

नेशनल एकेडमी ऑफ टेलीविजन आर्ट्स एंड साइंसेज ने आईआईटी मद्रास के स्नातक और सिलिकॉन वैली में स्थित कंप्यूटर वैज्ञानिक, पार्थसारथी रंगनाथन को टेक्निकल एमी (Emmy) अवॉर्ड से सम्मानित किया है। रंगनाथन गूगल में उपाध्यक्ष और तकनीकी फेलो हैं। वह अक्टूबर में 75वें सालाना टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग Emmy अवॉर्ड्स समारोह में एमी स्वीकार करेंगे।

रंगनाथन को यह सम्मान अर्गोस प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक और इसके द्वारा बनाए गए विशेष चिप के मुख्य वास्तुकार के रूप में उनकी भूमिका के कारण मिला है। अर्गोस वीडियो-ट्रांसकोडिंग चिप्स ने यूट्यूब पर वीडियो स्ट्रीमिंग के लिए कंप्यूटर एफिशिएंसि में उल्लेखनीय वृद्धि की है। यूट्यूब, गूगल की एक सहायक कंपनी है। रंगनाथन ने कहा कि हमने जो विकसित किया है वह हमारी सहायक कंपनी, यूट्यूब पर वीडियो स्ट्रीमिंग के लिए कस्टमाइज्ड सर्वर चिप्स है।

अर्गोस चिप्स ने पिछले सर्वर कॉन्फिगरेशन की तुलना में वीडियो प्रोसेसिंग को 20 से 33 गुना अधिक प्रभावी बना दिया है। 4K वीडियो को प्रोसेस करने में पहले जहां दिन लगते थे, अब केवल घंटे लगते हैं। 2015 में अपनी शुरुआत के बाद से अर्गोस परियोजना को सभी गूगल डेटा सेंटर में पूरी तरह से तैनात किया गया है।

रंगनाथन बताते हैं कि जब 2020 में कोरोना महामारी आई तो दुनिया भर में वीडियो देखने का समय 30 दिनों की अवधि में लगभग 25 प्रतिशत बढ़ गया। यह तथ्य कि हमारे पास एक गति बढ़ाने वाला यंत्र था, जो सभी मांगों को पूरा कर सकता था। यह बहुत ही उपयोगी साबित हुआ। यह हमारे लिए एक यादगार क्षण था।

आईआईटी मद्रास के बाद रंगनाथन के करियर की यात्रा राइस यूनिवर्सिटी से शुरू हुई। यहां उन्होंने 1997 में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस और 2000 में इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की। उनकी डॉक्टरेट थीसिस प्रोफेसर जोसेफ कैवलारो और कीथ कूपर की निगरानी में हुई थी।

ह्यूलेट पैकर्ड लैबोरेटरीज में 13 साल बिताने के बाद रंगनाथन 2013 में Google में शामिल हुए। इस क्षेत्र में उनके व्यापक योगदान ने उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स और एसोसिएशन फॉर कंप्यूटिंग मशीनरी में फैलोशिप दिलाई है। इसके अलावा उन्होंने ओपनकंप्यूट के निदेशक मंडल में काम किया है और 'डेटा सेंटर एज ए कंप्यूटर' किताब का सह-लेखन किया है। उनके पास संयुक्त रूप से 100 से अधिक पेटेंट है।

रंगनाथन को कई पुरस्कार मिले हैं। इनमें बिजनेस इनसाइडर द्वारा टॉप 15 'एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी रॉक स्टार' और एमआईटी टेक रिव्यू द्वारा शीर्ष 35 युवा इनोवेटर्स में शामिल है। 2008 में उन्हें राइस का उत्कृष्ट युवा इंजीनियरिंग एल्युमिनी पुरस्कार मिला है। एमी सम्मान को लेकर रंगनाथन ने खुशी का इजहार किया है।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related