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लाल सागर में अदम्य साहस के लिए भारतीय कैप्टन और क्रू को IMO-2024 पुरस्कार

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई मिसाइल से तेल टैंकर में लगी आग पर काबू पाने के लिए दृढ़ संकल्प और साहस का प्रदर्शन करने के लिए कैप्टन रावत और उनके चालक दल के सदस्यों को यह पुरस्कार दिया जाएगा। 

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन का ये पुरस्कार 2 दिसंबर को आईएमओ मुख्यालय में प्रदान किया जाएगा।   / X @IMOHQ

भारतीय कैप्टन अभिलाष रावत और उनके तेल टैंकर के क्रू मेंबर्स को लाल सागर में असाधारण बहादुरी के लिए 2024 के अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।

आईएमओ ने हाल ही में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई मिसाइल से शिप में लगी आग पर काबू पाने के लिए दृढ़ संकल्प और साहस का प्रदर्शन करने के लिए कैप्टन रावत और उनके चालक दल के सदस्यों को यह पुरस्कार दिया जाएगा। 



आईएमओ ने बताया कि यह घटना 26 जनवरी को हुई थी, जब मार्लिन लुआंडा जहाज 84,147 टन नेफ्था लेकर स्वेज से इंचियोन जा रहा था। मिसाइल हमले के बाद आग लगने से पूरे जहाज को खतरा था, लेकिन कप्तान रावत ने हिम्मत और बहादुरी से आग बुझाने के उपायों की अगुआई की। इस दौरान लाइफबोट भी क्षतिग्रस्त हो गई थीं। 

आईएमओ के मुताबिक, चालक दल के सदस्य उपलब्ध उपकरणों के जरिए चार घंटे से अधिक समय तक आग बुझाने में जुटे रहे। उसके बाद व्यापारी टैंकर अकिलीज़ और फ्रांसीसी व अमेरिकी फ्रिगेट्स मदद के लिए आ गए। भारतीय युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम ने भी काफी मदद की। नौसेना की निगरानी में मार्लिन लुआंडा जहाज को हमले के 24 घंटे बाद सुरक्षित रूप से खतरे से बाहर निकाल लिया गया। 

गौर करने की बात ये है कि मिसाइल अटैक के बाद एक्सपर्ट्स ने कैप्टन रावत और क्रू मेंबर्स को तुरंत जहाज छोडने का सुझाव दिया था, लेकिन कैप्टन और उनके साथी डटे रहे और बहादुरी से आग काबू करने में जुटे रहे। बाद में भारतीय नौसेना के पेशेवर दमकल कर्मचारियों ने पहुंचकर आग बुझाई। 

भारतीय नेवी के आईएनएस विशाखापट्टनम के कैप्टन ब्रजेश नांबियार और क्रू को तेल टेंकर की मदद के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। 

बता दें कि कैप्टन रावत और उनके चालक दल को मार्शल द्वीप समूह की तरफ से पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। आईएमओ के 15 सदस्य देशों और तीन गैर सरकारी संगठनों की तरफ से इस विशेष पुरस्कार के लिए 41 नॉमिनेशन दिए गए थे। 

इन प्रस्तावों पर पहले असेसमेंट पैनल ने, उसके बाद जजों के पैनल ने विचार किया और विजेताओं को चुना गया। विजेताओं को लंदन में 2 दिसंबर को आईएमओ मुख्यालय में सम्मानित किया जाएगा।  



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