मोदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने चुनावों में बहुमत हासिल किया। हालांकि, यह 2019 के लोकसभा चुनाव जैसी जीत बीजेपी को नहीं मिली। पिछली बार बीजेपी ने 543 सीटों में से 303 सीटें जीती थीं। लेकिन इस बार बीजेपी अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा 272 सीट हासिल नहीं कर पाई। पार्टी इस बार महज 240 सीट पर सिमट गई। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने अपनी 2019 की सीटों में दोगुनी बढ़ोतरी करते हुए 99 सीटों पर पहुंच गई। हालांकि तथ्य ये है कि भारत में पूरे विपक्षी गठबंधन मिलकर भी बीजेपी जितनी सीट नहीं जीत पाई है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस, यूएसए (IOCUSA) के उपाध्यक्ष जॉर्ज अब्राहम ने कहा भारत की जनता ने स्पष्ट रूप से बीजेपी के एजेंडे को खारिज कर दिया है। जार्ज का आरोप है कि इस पार्टी ने संविधान को कमजोर करने और देश को बदलने का प्रयास किया। उनके मुताबिक यह चुनाव परिणाम वर्तमान संवैधानिक ढांचे का एक बड़ा समर्थन है, जिसकी कल्पना नेहरू और अंबेडकर ने की थी और जिसे उन्होंने लागू किया था।
IOCUSA ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने बहुमत हासिल किया है, लेकिन बीजेपी को अपना बहुमत नहीं मिला। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि पार्टी के उम्मीदवार अयोध्या में हार गए, जहां मोदी ने इस साल की शुरुआत में राम लला मंदिर का उद्घाटन किया था, जिसे व्यापक रूप से एक राजनीतिक कदम बताया गया था।
चुनाव परिणामों को देखते हुए IOCUSA ने सत्तारूढ़ गठबंधन से अगली सरकार के गठन में संविधान का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने पार्टी से जनमत को प्रोत्साहित करने और अभिव्यक्ति के अधिकार को छीनने के लिए संघीय एजेंसियों और ओसीआई कार्डों का हथियार बनाना बंद करने का भी आग्रह किया।
IOCUSA का कहना है कि मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने की छूट दी जानी चाहिए, निष्पक्ष पत्रकारिता को बढ़ावा देना चाहिए जो लोगों तक बिना पूर्वाग्रह के पहुंचे। न्यायपालिका का सम्मान उनके स्वतंत्रता और न्यायशास्त्र के लिए किया जाना चाहिए।
IOCUSA ने कांग्रेस नेताओं और INDIA गठबंधन के नेताओं खासकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी के प्रति आभार व्यक्त किया। संस्था का कहना है कि उनके प्रयासों से बीजेपी की भारी जीत को रोकने का काम किया। IOCUSA ने कहा कि हम दुनिया भर के सभी IOC स्वयंसेवकों के प्रति अपना विशेष आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि में लोकतंत्र को बचाने के लिए चुनावी प्रक्रिया में भाग लिया।
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