भारत की टॉप बीमा कंपनियों में से एक स्टार हेल्थ ने टेलीग्राम और एक स्वयंभू हैकर के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। यह कदम हैकर द्वारा इस मैसेजिंग ऐप पर चैटबॉट के जरिए पॉलिसी होल्डर्स के निजी डेटा और मेडिकल रिपोर्ट्स को लीक करने की रॉयटर्स की रिपोर्ट के बाद उठाया गया है।
स्टार ने अमेरिका की सॉफ्टवेयर कंपनी क्लाउडफ्लेयर इंक पर भी मुकदमा दायर किया है। आरोप लगाया है कि इसी कंपनी की सेवाओं का उपयोग करके लीक डेटा को वेबसाइटों पर होस्ट किया गया था। दुबई की कंपनी टेलीग्राम 900 मिलियन एक्टिव मासिक यूजर्स के साथ दुनिया के सबसे बड़े मैसेंजर ऐप में से एक है। इसकी खासियतों में चैटबॉट बनाकर इस्तेमाल करने की सहूलियत भी है।
यह मुकदमा दुनिया में टेलीग्राम के खिलाफ बढ़ती जांच और पिछले महीने फ्रांस में इसके संस्थापक पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बीच आया है। आरोप है कि ऐप की कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी और सुविधाओं का कथित तौर पर अवैध गतिविधियों के लिए दुरुपयोग किया गया है। ड्यूरोव और टेलीग्राम ने कुछ भी गलत होने करने से इनकार किया है।
तमिलनाडु की एक अदालत ने टेलीग्राम और हैकर को आदेश दिया है कि वह भारत में स्टार हेल्थ का डेटा ऑनलाइन उपलब्ध कराने वाले किसी भी चैटबॉट या वेबसाइट को ब्लॉक करें। स्टार के अनुसार, मद्रास हाईकोर्ट के आदेश में कहा गया है कि ग्राहकों और वादी की कंपनियों का गोपनीय और व्यक्तिगत डेटा हैक कर लिया गया है और टेलीग्राम प्लेटफॉर्म के जरिए लीक कर दिया गया है। अदालत ने इस मामले में टेलीग्राम के अलावा क्लाउडफ्लेयर को भी नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।
4 अरब डॉलर से अधिक मार्केट कैप वाली लिस्टेड कंपनी स्टार ने गुरुवार को एक अखबार में विज्ञापन देकर मुकदमे का विवरण सार्वजनिक किया। विज्ञापन में कहा गया है कि टेलीग्राम और क्लाउडफ्लेयर को 'स्टार हेल्थ' नाम का उपयोग करने या उसके किसी भी डेटा को ऑनलाइन उपलब्ध कराने से रोकने के लिए कंपनी ने अदालत का रुख किया था।
रॉयटर्स ने पिछले हफ्ते अपनी रिपोर्ट में बताया था कि ज़ेनजेन नामक एक व्यक्ति ने टेलीग्राम पर स्टार के ग्राहकों की मेडिकल रिपोर्ट और चोरी डेटा को लीक कर दिया है। दो चैटबॉट के जरिए स्टार हेल्थ का डेटा बांटा गया। एक में पीडीएफ के रूप में दावा दस्तावेजों की पेशकश की जा रही थी जबकि दूसरे चैटबॉट के जरिए एक क्लिक में 31.2 मिलियन डेटासेट के 20 नमूनों तक दिए जा रहे थे। इनमें यूजर्स की पॉलिसी नंबर, नाम और यहां तक कि बॉडी मास इंडेक्स सहित डिटेल्स शामिल थे।
रॉयटर्स ने मामले की तहकीकात करते हुए 1,500 से अधिक फाइलें डाउनलोड कीं, जिनमें नाम, फोन नंबर, पते, टैक्स कार्ड, आईडी कार्ड की प्रतियां, टेस्ट रिजल्ट्स, इलाज और ब्लड रिपोर्ट्स रक्त के अलावा पॉलिसी और क्लेम दस्तावेज भी थे। हालांकि स्टार ने पहले दावा किया था कि उसके शुरुआती आकलन के मुताबिक, कोई व्यापक डेटा लीक नहीं हुआ है और ग्राहकों का संवेदनशील डेटा सुरक्षित है।
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