अनियमित रास्तों से यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों में घुसने वाले प्रवासियों की संख्या में साल 2024 में 38% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। यूरोपीय यूनियन की बॉर्डर एजेंसी फ्रंटेक्स ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस गिरावट के बाद से अवैध प्रवासियों की संख्या 2021 के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।
हालांकि फ्रंटेक्स ने बताया है कि बेलारूस और रूस के लगी यूरोपीय संघ की सीमाओं को पार करके आने वाले लोगों की संख्या पिछले साल 192% बढ़कर 17,000 हो गई है। सीरिया, अफगानिस्तान, मिस्र और अफ्रीकी देशों से भी बड़ी संख्या में प्रवासी या शरण के इच्छुक लोग आए हैं।
यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जब यूरोप की राजनीति में अनियमित प्रवासन एक प्रमुख मुद्दा बन चुका है। कई धुर दक्षिणपंथी और पॉपुलिस्ट पार्टियां चुनावों में इसे जोर शोर से उठा रही हैं। जर्मनी में अगले महीने होने वाले चुनावों में भी यह मुद्दा छाया हुआ है।
फ्रंटेक्स ने बताया कि यूरोपीय यूनियन के देशों में अनियमित रूप से सीमा पार करने वालों की संख्या में पिछले साल 2.39 लाख से अधिक की गिरावट आई। यह यूरोपीय संघ और अन्य देशों द्वारा तस्करी नेटवर्क के खिलाफ मिलकर की गई कार्रवाई की बदौलत संभव हो सका।
फ्रंटेक्स के अनुसार, ट्यूनीशिया व लीबिया से भूमध्यसागर रूट से आने वाले अवैध प्रवासियों की संख्या में 59% और वेस्टर्न बाल्कन रूट से 78% की गिरावट आई। लेकिन सीरिया, अफगानिस्तान और मिस्र जैसे देशों से पूर्वी लीबिया के रास्ते पूर्वी भूमध्यसागरीय मार्ग होकर आने वालों में 14 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।
कैनरी द्वीप पहुंचने के लिए पश्चिमी अफ्रीकी मार्ग का इस्तेमाल करने वाले प्रवासियों की संख्या में भी 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। पिछले साल इनकी संख्या लगभग 47 हजार तक पहुंच गई थी। इसकी प्रमुख वजह मॉरिटानिया से प्रस्थान में बढ़ोतरी रही।
फ्रंटेक्स के प्रमुख हंस लीजेंस का कहना है कि साल 2024 में अनियमित रूप से सीमा पार करने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी देखी गई है, हालांकि इससे नए जोखिम और बदलते ट्रेंड्स भी उजागर हुए हैं।
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