ADVERTISEMENTs

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के भारत दौरे की क्या अहमियत, USISPF ने बताया

USISPF ने कहा कि कश्मीर की आतंकी घटना अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने की जरूरत दिखाती है।

उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और पीएम नरेंद्र मोदी। / Image Provided

अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (USISPF) ने कहा है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (जेडी) वेंस के पहले भारतीय दौरे में भले ही कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमले की वजह से व्यवधान पड़ा हो, लेकिन यह दौरा निजी और आधिकारिक रूप से काफी महत्वपूर्ण रहा। यह दौरा दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने का प्रयास है। 

USISPF ने एक बयान में कहा कि यह आतंकी घटना अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने की जरूरत को दोहराती है ताकि 21वीं सदी को समृद्ध एवं शांतिपूर्ण बनाया जा सके।  

ये भी देखें - अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने परिवार सहित किए अक्षरधाम मंदिर के दर्शन

वेंस का यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की फरवरी की हुई मुलाकात में तय किए गए एजेंडा पर आगे बढ़ने का मौका था जिसमें व्यापार, रक्षा, ऊर्जा एवं इंडो पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग शामिल हैं। व्यापार और टैरिफ संबंधी मुद्दों के बीच वेंस ने भरोसा दिलाया कि अमेरिका भारत के साथ मिलकर एक खुला, संतुलित और न्यायपूर्ण वैश्विक व्यापार तंत्र बनाना चाहता है।  

फोरम ने कहा कि दोनों देश इस दशक के अंत तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस दिशा में वेंस ने व्यापार वार्ताओं के लिए टर्म्स ऑफ रेफरेंस को अंतिम रूप देने की घोषणा की है जो भविष्य के आर्थिक सहयोग का महत्वपूर्ण रोडमैप साबित होगी। 

बयान में आगे कहा गया कि एक प्रमुख रक्षा साझेदार के तौर पर भारत अब अमेरिका के करीबी सहयोगियों के साथ भी रक्षा एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग कर रहा है। अमेरिका-भारत कॉम्पैक्ट पहल इस बढ़ते रक्षा सहयोग की नींव होगी. इसमें जेवलिन और स्ट्राइकर जैसे हथियारों का संयुक्त उत्पादन और जॉइंट ऑटोनोमस सिस्टम्स इंडस्ट्री अलायंस की शुरुआत शामिल है जिससे समुद्री निगरानी और रणनीतिक इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा।  

ऊर्जा सुरक्षा भी इस साझेदारी का एक प्रमुख स्तंभ है। ट्रंप प्रशासन ऑफशोर नेचुरल गैस, सिविल न्यूक्लियर सहयोग, स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स और क्रिटिकल मिनरल्स पर सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। अमेरिका-भारत ट्रस्ट इनिशिएटिव दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग को मजबूत बनाएगा, इनोवेशन को बढ़ावा देगा और दोनों अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाएगा।  
 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related