जितेंद्र मुच्छल को नॉर्थ अमेरिका की महेश्वरी महासभा (MMNA) का बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (BOT) चेयरपर्सन चुना गया है। उनकी नियुक्ति 2025 से 2029 तक के लिए की गई है।
जितेंद्र मुच्छल का MMNA की ग्रोथ और विजन में लंबे समय से महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वह पिछले 25 वर्षों से विभिन्न नेतृत्वकारी भूमिकाओं में इस संगठन से जुड़े हुए हैं। वह महासचिव और नेशनल एक्जीक्यूटिव कमिटी (NEC) के उपाध्यक्ष जैसे पदों पर भी रहे हैं। न्यूजर्सी के प्रिंसटन में रहने वाले मुच्छल कई अन्य प्रवासी कार्यक्रमों में भी सक्रिय हैं।
हाल ही में MMNA के 2025-2029 अवधि के लिए चुनाव हुए हैं। इनमें BOT और NEC दोनों के लिए पदाधिकारियों का चयन किया गया। नए नियुक्त BOT सदस्यों में नरेंद्र ज़मवार, कैलाश अत्तल, आशीष दागा, राजेश राठी, पूनम भुतादा, सचिन सोमानी, सुनीता महेश्वरी, मनोज गांधी, सुनील सोनी और प्रभुलाल राठी शामिल हैं।
नेशनल एक्जीक्यूटिव कमिटी में शरद मंत्रि को प्रेसिडेंट चुना गया है। मूल रूप से कर्नाटक के गुलबर्गा के रहने वाले शरद 2004 से MMNA के साथ जुड़े हुए हैं। वह 2014 में ह्यूस्टन के चैप्टर प्रेसिडेंट रहे हैं। 2022 में ह्यूस्टन में आयोजित IMRC कन्वेंशन के संयोजक की भी भूमिका निभाई थी।
NEC लीडरशिप टीम में शरद मंत्रि का सपोर्ट करने वालों में आदित्य विक्रम डागा, नम्रता बजाज, राहुल नवांदर और सुरिभि राठी शामिल हैं। सुरभि वाइस प्रेसिडेंट, आशीष जाखेटे सेक्रेटरी, आलोक मोडानी ट्रेजरर, स्वप्निल लड्डा संयुक्त कोषाध्यक्ष और दीपाली दारगर संयुक्त सचिव के तौर पर हैं।
1983 में स्थापित MMNA अमेरिका और कनाडा में महेश्वरी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठन है। इसके 10 चैप्टरों में 4,500 से अधिक पंजीकृत सदस्य हैं। MMNA शिक्षा, विवाह और परोपकारी कार्यक्रमों में सहयोग के माध्यम से सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने में जुटा है।
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