अनुभवी अर्थशास्त्री और लामर विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर भारतीय मूल के कल्याण चक्रवर्ती को रिसर्च, शिक्षा और दुनियाभर में अर्थव्यवस्था को लेकर व्याख्यान में योगदान को मान्यता देते हुए दिसंबर 2024 के लिए इंटरनेशनल अटलांटिक इकोनॉमिक सोसाइटी (IAES) का सदस्य नामित किया गया है।
शिक्षा और रिसर्च में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले चक्रवर्ती ने इस सम्मान को अपने अकादमिक करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा, “मैं दुनिया भर के उन हजारों उच्च योग्य और प्रतिष्ठित विद्वानों के बीच चुने जाने पर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।''
चक्रवर्ती ने एमोरी यूनिवर्सिटी, टाम्पा यूनिवर्सिटी और एम्पोरिया स्टेट यूनिवर्सिटी सहित अन्य संस्थानों में पढ़ाया है। लामर विश्वविद्यालय में शामिल होने से पहले, उन्होंने वेस्ट फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के हास सेंटर फॉर रिसर्च में एसोसिएट डायरेक्टर और सीनियर रिसर्च वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया।
चक्रवर्ती व्यावहारिक सूक्ष्मअर्थशास्त्र, स्वास्थ्य अर्थशास्त्र और जैव प्रौद्योगिकी नीति में माहिर हैं। उनकी रिसर्च एप्लाइड इकोनॉमिक्स और कंटेम्परेरी इकोनॉमिक पॉलिसी सहित सहकर्मी-समीक्षित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है। 2018 में, उन्हें अटलांटिक इकोनॉमिक जर्नल का सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार मिला था।
चक्रवर्ती 1998 में IAES में शामिल हुए और तब से दुनिया भर के सम्मेलनों में हिस्सा ले चुके हैं। उनके शोध में 53 देशों में शिक्षा और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण हैं। चक्रवर्ती युवा अर्थशास्त्रियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका मानना है कि इस क्षेत्र में सामाजिक प्रभाव की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने यूटा स्टेट यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में अपनी पीएचडी पूरी की है और एम.एस. नेवादा विश्वविद्यालय से कृषि अर्थशास्त्र में पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने भारत से अर्थशास्त्र में एम.ए. कानून की डिग्री और मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी किया है।
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