अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन टाई ने यूएस कैपिटल में अपने सांसदों को जानकारी दी है कि पिछले साल नई दिल्ली ने ऐसे कई कदम उठाए हैं जिससे विशेष रूप से फलों और कृषि के क्षेत्र में अमेरिकी निर्यातकों के लिए भारतीय बाजार खुल गया है।
टाई ने राष्ट्रपति के 2024 व्यापार नीति एजेंडा पर हाउस वेज एंड मीन्स कमेटी की सुनवाई के दौरान सदस्यों को बताया कि पिछले वर्ष जून में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने छह डब्ल्यूटीओ विवादों को समाप्त कर दिया और भारत कई अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधात्मक टैरिफ हटाने पर सहमत हुआ है।
टाई ने खुलासा किया कि इसका मतलब यह है कि चना, दाल, बादाम, अखरोट और सेब तक पहुंच में सुधार होगा और मिशिगन, ओरेगॉन और वाशिंगटन सहित देश भर के किसानों को इससे फायदा होगा। इसके अलावा बीते सितंबर में भारत और अमेरिका ने हमारे अंतिम बकाया डब्ल्यूटीओ विवाद को सुलझा लिया है और भारत कई अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने पर सहमत हुआ है।
टाई ने कहा कि व्यापार सभी अमेरिकियों को उचित मौका देने और यह सुनिश्चित करने का एक उपकरण है कि हमारी प्रणाली समावेशी और टिकाऊ विकास के लिए स्थापित है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है।
कैथरीन ने कहा कि इस नए युग में हम सफलता और प्रगति को इस आधार पर मापते हैं कि हम अपने समाज में अधिक से अधिक अमेरिकियों को वास्तविक लाभ किस हद तक पहुंचा रहे हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां रहते हैं या आपके पास कॉलेज की डिग्री है या नहीं। बाइडन प्रशासन श्रमिकों को सशक्त बनाने के लिए व्यापार का उपयोग कर रहा है क्योंकि वे हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
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