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महाकुंभ 2025 : दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला अगले माह से भारत में, आपके लिए जरूरी जानकारी

एक अनुमान के अनुसार इस बारे के कुंभ मेले में दुनियाभर से करीब 45 करोड़ लोग जुटने वाले हैं। इसके लिए भारत सरकार और और उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार महीनों से तैयारियों में जुटी है।

मेले में अनिवासी भारतीय और विदेशी पर्यटकों की सेवा-सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। / X@uptourismgov

भारत की तीर्थ नगरी प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में अगले महीने से शुरू होने वाले विश्व के सबसे बड़े आस्था और धर्म समागम यानी महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। धर्म, आस्था और अध्यात्म के इस मेले में भारत के लगभग हर राज्य से और दुनिया के तमाम देशों से श्रद्धालु आते हैं। इस बार के कुंभ मेले में भी विश्व के हर कोने में बसे अनिवासी भारतीय और विदेशी श्रद्धालु तथा पर्यटक आने वाले हैं। 



एक अनुमान के अनुसार इस बारे के कुंभ मेले में दुनियाभर से करीब 45 करोड़ लोग जुटने वाले हैं। इसके लिए भारत सरकार और और उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार महीनों से तैयारियों में जुटी है। सेवा और सुविधा के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम भी बड़े पैमाने पर किए गये हैं। महाकुंभ 2025 में अनिवासी भारतीय श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। 

जानकारी के अनुसार इस बार मल्टी लैंग्वेज असिस्टेंस, चैटबॉट, डेडिकेटेड काउंटर्स समेत विभिन्न प्रक्रार की सुविधाओं का लाभ सैलानियों और श्रद्धालुओं को मिलेगा। सरकार ने वैश्विक मानकों के अनुरूप व्यवस्था करने की कोशिश की है। डिजिटल महाकुंभ के जरिए पहली बार समुद्र मंथन समेत महाकुंभ से जुड़े विभिन्न पहलुओं को वर्चुअल रियलिटी में अनुभव किया जा सकेगा। सरकारा का दावा है कि कनेक्टिविटी, अकॉमोडेशन, फूडिंग-लॉजिंग जैसे मानकों को ध्यान में रखकर की गई व्यवस्था महाकुंभ में आने वालों को जीवन भर का एक यादगार अनुभव प्रदान करेंगी। 

धवलवर्णा गंगा-श्यामल वर्णा यमुना तथा अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर 13 जनवरी से 27 फरवरी के बीच 45 दिनों के इस महापर्व का उत्तम अनुभव NRI (अनिवासी भारतीय) श्रद्धालुओं तथा विदेशी पर्यटकों को मिल सके इसकी व्यवस्था डबल इंजन (केंद्र और राज्य) सरकार द्वारा की गई है।

आयोजकों का दावा है कि इस बार का आयोजन भारत की अतिथि-सत्कार परंपरा व सांस्कृतिक धरोहर के भव्य प्रदर्शन का माध्यम बनेगा। यहां हम आपको बताते हैं कि अनिवासी भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए मेले में क्या कुछ खास सुख-सुविधाएं मिलेंगी और आप कैसे भारत की तीर्थनगरी में दुनिया के सबसे अनूठे आयोजन के लिए जा सकते हैं...

विशेष एनआरआई व विदेशी पर्यटक केंद्र

  • एनआरआई और विदेशी नागरिकों के लिए विशेष स्वागत केंद्र स्थापित किए गये हैं
  • इन केंद्रों पर बहुभाषीय सहायता, यात्रा गाइड और स्थानीय जानकारी प्रदान की जाएगी

ऑनलाइन बुकिंग व पंजीकरण

  • विदेशी पर्यटकों और एनआरआई के लिए विशेष वेबसाइट व मोबाइल ऐप के माध्यम से आवास, तीर्थयात्रा पैकेज और अन्य सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा।

विशेष आवास सुविधाएं

  • एनआरआई और विदेशी पर्यटकों के लिए उच्च स्तरीय टेंट सिटी और रिसॉर्ट्स बनाए गए हैं
  • इनमें वातानुकूलित टेंट, आधुनिक सुविधाएं और व्यक्तिगत सुरक्षा के इंतजाम हैं

परिवहन सुविधा

  • प्रयागराज से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए योगी सरकार ने 2 वर्ष पूर्व ही यहां एयरपोर्ट की शुरुआत कर दी थी 
  • महाकुंभ के दौरान विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए उड़ान सेवा उपलब्ध होगी
  • प्रयागराज एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की भी सुविधा प्रदान की जा रही है 
  • प्रयागराज और उसके आसपास के क्षेत्रों से हवाई अड्डों के लिए शटल बस और हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराई जा रही है
  • एनआरआई और विदेशी पर्यटकों के लिए समर्पित परिवहन सेवा (लक्जरी बसें, टैक्सी) भी उपलब्ध होंगी 

बहुभाषीय गाइड व सूचना प्रणाली

  • अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी, और अन्य प्रमुख भाषाओं में प्रशिक्षित गाइड उपलब्ध कराए जाएंगे
  • स्थानों और गतिविधियों के विवरण के लिए बहुभाषीय संकेत और सूचना केंद्र बनाए गए हैं
  • विशेष स्नान की व्यवस्था की गई है
  • संगम पर एनआरआई और विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष वीआईपी स्नान घाट व दर्शन की व्यवस्था होगी
  • भीड़ प्रबंधन के लिए अलग से एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स होंगे

संस्कृति व अनुभूति केंद्र बनेगा माध्यम

  • भारतीय संस्कृति, योग, ध्यान, और कुंभ मेले के महत्व को समझाने के लिए विशेष प्रदर्शनी और कार्यशालाएं आयोजित होंगी

कैशलेस भुगतान सुविधा

  • विदेशी पर्यटकों की सुविधा के लिए कैशलेस भुगतान की व्यवस्था
  • विदेशी मुद्राओं के एक्सचेंज के लिए अधिकृत केंद्र स्थापित किए जाएंगे

सामाजिक व सांस्कृतिक कनेक्ट

  • विशेष नेटवर्किंग कार्यक्रम का आयोजन होगा जहां विदेशी पर्यटक स्थानीय लोगों और एनआरआई समुदाय के साथ बातचीत कर सकते हैं
  • एनआरआई और विदेशी पर्यटकों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा

पारंपरिक भोजन व स्थानीय शिल्प

  • विदेशी पर्यटकों के लिए पारंपरिक भारतीय व्यंजनों और हस्तशिल्प वस्त्रों का अनुभव करने के लिए विशेष स्टॉल सजाए जा रहे हैं

प्रवासी भारतीयों और अनिवासी भारतीयों के लिए कुंभ पैकेज यहां देखे जा सकते हैं...
https://kumbh.gov.in/en/tourpackages
https://kumbhcity.itdc.co.in/
https://www.irctctourism.com/mahakumbhgram
https://mahakumbh.in/accommodation/luxury-camps-for-kumbh-mela-2025/
https://mahakumbh.in/accommodation/bharadwaj-luxury-camps-for-kumbh-mela/

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