भारत के स्वतंत्रता दिवस की अमेरिका में धूम है। बीते कई दिनों से यहां विभिन्न संस्थानों और समुदायों द्वारा आजादी के उत्सव मनाये जा रहे हैं। इन उत्सवों में समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ ही सरकारी अधिकारियों और संवैधानिक पदों पर रहने वाले लोग भी उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं या बधाई संदेशों के माध्यम से अपने समर्थन की गवाही दे रहे हैं।
इस क्रम में अमेरिकी सीनेटर और बहुमत नेता चक शूमर ने भारत और भारतवंशियों को आजादी के उत्सव पर बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में शूमर ने कहा- भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाए! मुझे न्यूयॉर्क में एक जीवंत और अद्भुत भारतीय-अमेरिकी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। न्यूयॉर्क का भारतीय समुदाय महान है और इस बात का प्रतिनिधित्व करता है कि यह दुनिया भर से प्रतिभाशाली और कड़ी मेहनत करने वाले लोगों का ठिकाना है। यह भी कि तमाम लोग यहां एक साथ आते हैं और एक विविध समाज का निर्माण करते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। दोनों देशों के बीच साझेदारी में 21वीं सदी में विकास की अत्यधिक संभावनाएं हैं। मैं हमारे दोनों देशों के बीच साझेदारी जारी रखने और हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए उत्सुक हूं।
गौरतलब है कि भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस देश-विदेश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। भारत में प्रमुख आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली के लाल किले से दिया गया 98 मिनट लंबा भाषण रहा, जिसमें उन्होंने देश को विकसित राष्ट्र बनाने और उन्नत भविष्य की महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की।
भारत की समृद्ध शैक्षिक विरासत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने भारत को वैश्विक शिक्षा के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य दोहराया और प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया। बता दें कि इस वर्ष की शुरुआत में नालंदा विश्वविद्यालय के नए स्वरूप का उद्घाटन किया जा चुका है। इस पहल का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर उच्च शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
पीएम ने कहा कि आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं देश के सभी एथलीट्स को, सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। भारत में आतिथ्य का का सामर्थ्य सबसे ज्यादा है। यह सिद्ध हो चुका है। हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक होगा, वो मेरे हिंदुस्तान की धरती पर हो। हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि मेरे तीसरे टर्म में देश दुनिया की तीसरी सबसे इकोनमी तो बनेगा ही, लेकिन मैं तीन गुना काम करूंगा। मैं देशवासियों को आह्वान करता हूं, हमारे पूर्वजों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को हम संकल्प बनाएं, अपने सपनों को जोड़ें, अपने पुरुषार्थ को जोड़ें और 21वीं सदी जो भारत की सदी है, उस सदी में स्वर्णिम भारत बना कर रहें।
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