पाकिस्तानी-अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने कहा कि बहुत से पाकिस्तानियों की इच्छा है कि भारत के साथ अच्छे संबंध बनें। उन्होंने यह भी बताया कि इससे हमारे इलाके में शांति आएगी और अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। न्यू इंडिया अब्रॉड को दिए एक इंटरव्यू में तरार ने कहा, 'ज्यादातर पाकिस्तानी भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं।' प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए जीतने पर तरार ने कहा कि मोदी का नेतृत्व सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के लिए भी अच्छा है।
उन्होंने मोदी की पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिशों की तारीफ की। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार दोनों देशों के बीच व्यापार और राजनयिक संबंध बेहतर होंगे। तरार ने कहा कि व्यापार में सुधार से दोनों देशों को फायदा होगा। उन्होंने चीन और भारत का उदाहरण दिया, जहां राजनीतिक तनाव के बावजूद दोनों देशों का व्यापार चल रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार रास्ते खुलने से दोनों देशों को आर्थिक लाभ होगा। पाकिस्तान में महंगाई कम होगी और भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि जब व्यापार होता है, तो सामानों का आदान-प्रदान होता है। संस्कृतियां मिलती हैं, जिससे संबंधों में समग्र सुधार होता है।
उन्होंने भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की भी प्रशंसा की, जिसमें हाल ही में संपन्न चुनावों में 622 मिलियन मतदाताओं की प्रभावशाली भागीदारी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र ने अपनी ताकत और लचीलापन दिखाया है। देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया अमेरिका से भी ज्यादा मजबूत साबित हुई है। क्रिकेट के बारे में बात करते हुए तरार ने टी20 विश्व कप में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के हालिया प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैंने ट्वीट किया...पूछा कि इस टीम को अमेरिका भेजने के लिए कौन जिम्मेदार है? उन्होंने कहा, अमेरिका में हर पाकिस्तानी इस बात से शर्मिंदा है कि क्या हुआ है।
पाकिस्तानी कारोबारी ने माना कि पाकिस्तान आज कई राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। इनमें IMF के साथ समस्याएं, राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक कठिनाइयां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को विज्ञान और तकनीक की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने, कट्टरपंथीकरण को कम करने और अपने पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो राष्ट्रीय हित और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दे। जो पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार करे। आशावादी लहजे में तरार ने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की जहां पाकिस्तान और भारत साथ-साथ बढ़ सकते हैं, जैसे पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी का फिर से एकीकरण हुआ।
उन्होंने दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि कि बेहतर नेतृत्व करीबी संबंधों और आपसी समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत 2047 तक विकसित देश बन जाता है, तो मेरा मानना है कि पाकिस्तान भी उसके साथ बढ़ेगा।
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