भारत के 100,000 युवाओं को AI के तकनीकी ज्ञान में एक्सपर्ट बनाने की तैयारी
माइक्रोसॉफ्ट ने सोमवार को एक पहल शुरू करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य भारत में 100,000 डेवलपर्स को नवीनतम एआई के तकनीकी ज्ञान में कुशल बनाना है। बताया गया है कि इस प्रोग्राम के तहत एआई के बारे में बहुत कुछ सिखाया और बताया जाएगा। जिससे एआई तकनीक का इस्तेमाल करके ये डेवलपर्स अहम परियोजनाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे। ऐसे में व्यावसायिक लक्ष्यों को हासिल करने में इनका रोल अहम रहने वाला है।
दरअसल, एआई हमारे काम करने और जीने के तरीके में क्रांति ला रहा है। ऐसे में विकसित हो रहे भारत को एक कुशल वर्कफोर्स की आवश्यकता है। एक ऐसी वर्कफोर्स जो जटिल समस्याओं को हल करने के लिए एआई का उपयोग कर सके। बताया गया है कि एआई ओडिसी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट भारत के विकास के लिए समाधान बनाने और दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए डेवलपर्स को अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर प्रदान कर रहा है।
एआई ओडिसी में भाग लेने के लिए, डेवलपर्स को aka.ms/AIOdyssey पर रजिस्ट्रेशन करने और सीखने के मॉड्यूल और संसाधनों तक पहुंचने की आवश्यकता है। महीने भर चलने वाले इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास काम करने का लंबा अनुभव हो। यह भारत में सभी एआई उत्साही लोगों के लिए खुला है।
कार्यक्रम में दो स्तर हैं। कार्यक्रम का पहला स्तर प्रतिभागियों को शिक्षित करता है कि एआई समाधान बनाने के लिए Azure AI सेवाओं का उपयोग कैसे करें। यह उन्हें व्यावहारिक एआई कौशल में महारत हासिल करने के लिए उपयोगी संसाधनों, कोड और गाइड तक पहुंच प्रदान करेगा।
कार्यक्रम का दूसरा स्तर प्रतिभागियों को इंटरेक्टिव लैब वर्क के साथ एक ऑनलाइन मूल्यांकन पूरा करना होगा। इससे उन्हें माइक्रोसॉफ्ट एप्लाइड स्किल्स क्रेडेंशियल्स मिलेगा जो एआई के साथ वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की उनकी क्षमता को मान्यता देगा।
चुनौतियों के दोनों स्तरों को पूरा करने वाले प्रतिभागियों को 8 फरवरी, 2024 को बेंगलुरु में माइक्रोसॉफ्ट एआई टूर में भाग लेने के लिए वीआईपी पास हासिल करने और जेनरेटिव एआई के क्रांतिकारी प्रभाव को देखने का मौका मिलेगा। एआई टूर एक तरह का कार्यक्रम है जो बताएगा कि कैसे जनरेटिव एआई रचनात्मकता, सहयोग और समस्या सुलझाने के नए रूपों को सक्षम कर सकता है। दौरे में मुख्य सत्र डेमो और वर्कशाप शामिल हैं, जहां डेवलपर्स माइक्रोसॉफ्ट विशेषज्ञों और पार्टिसिपेंट से सीख सकते हैं। साथ ही साथियों के साथ नेटवर्क भी कर सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की प्रबंध निदेशक इरीना घोष का इस बारे में कहना है कि एआई नवाचार का भविष्य है और भारत अपनी तकनीकी प्रतिभा के साथ आगे बढ़ रहा है। माइक्रोसॉफ्ट एप्लाइड स्किल्स क्रेडेंशियल डेवलपर्स को सबसे अधिक मांग वाले एआई कौशल में अपनी क्षमता और रचनात्मकता का प्रदर्शन करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि हम सार्थक एआई समाधान बनाने में हमारे साथ जुड़ने के लिए सभी डेवलपर्स का स्वागत करते हैं जो भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे।
माइक्रोसॉफ्ट ने सोमवार को एक पहल शुरू करने की घोषणा की। / @BISITE_USAL
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