ब्रिटेन में पब्लिशर्स लाइसेंसिंग सर्विसेज (PLS) ने मोनीशा शाह को अपना नया चेयरपर्सन नियुक्त किया है। मौजूदा चेयरपर्सन रोजी ग्लेजब्रुक का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो रहा है। मोनीशा शाह 1 जून से उनकी जगह लेंगी।
मोनीशा शाह ने कहा है कि उन्हें बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिए उचित मूल्य की गहरी परवाह है। उन्होंने एक बयान में कहा, 'लाइसेंसिंग बहुत मायने रखता है क्योंकि यह एक समृद्ध रचनात्मक अर्थव्यवस्था को समर्थन देता है। यह उपयोगकर्ताओं तक पहुंच सुनिश्चित करता है और रचनाकारों और प्रकाशकों के लिए स्थायी इनोवेशन की अनुमति देता है।' शाह ने आगे कहा, 'मुझे PLS के बोर्ड में शामिल होकर खुशी हो रही है, खासकर इस समय जब नई तकनीकें ब्रिटेन के 'गोल्ड स्टैंडर्ड' कॉपीराइट फ्रेमवर्क को बदलने के लिए तैयार हैं।'
PLS के चीफ एग्जीक्यूटिव टॉम वेस्ट ने कहा कि मोनिशा शाह ऐसे टाइम पर ज्वाइन कर रही हैं जब इंडस्ट्री में काफी उथल-पुथल मची हुई है। PLS के लिए भी ये एक अहम मौका है।उनका मानना है कि कॉपीराइट को बचाने और यूके की क्रिएटिव इंडस्ट्रीज के फ्यूचर को सिक्योर करने में कलेक्टिव मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन्स का रोल बढ़ता जा रहा है। खासकर AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के बढ़ते चलन और टेक्नोलॉजी में तेजी से हो रहे बदलावों के बीच इनकी भूमिका और भी अहम हो गई है।
वेस्ट ने ये भी कहा कि मोनिशा शाह को बोर्डरूम और कारोबार का जो तजुर्बा है, वो PLS के लिए बहुत कीमती साबित होगा। फिलहाल, ये आर्गेनाइजेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए कलेक्टिव लाइसेंसिंग के मौकों पर काम कर रहा है।
'क्रिएटिव राइट्स इन AI कोएलिशन' और 'मेक इट फेयर' कैंपेन में PLS एक्टिव रोल निभा रहा है। ये कैंपेन सरकार से ये अपील कर रहा है कि वो AI और यूके की क्रिएटिव इंडस्ट्रीज के लिए एक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करे। इसके अलावा, PLS ने पिछले 12 महीनों में लाइसेंसिंग रेवेन्यू के तौर पर पब्लिशर्स को 61 मिलियन यूएस डॉलर दिए हैं।
मोनिशा शाह अभी यूके रिसर्च एंड इनोवेशन के तहत आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज रिसर्च काउंसिल की काउंसिल चेयर हैं। इसके साथ ही वो एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी में बोर्ड डायरेक्टर और काउंसिल मेंबर भी हैं। वह किंग्स काउंसिल अपॉइंटमेंट्स बोर्ड की चेयरपर्सन और विकिमीडिया यूके की चेयर भी हैं। इतना ही नहीं, वो आर्ट फंड और रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट की ट्रस्टी भी हैं।
उनके एक्सपीरियंस में ऑफिस फॉर स्टूडेंट्स (2018-2022), डोनमार वेयरहाउस (2018-2019) और ऑफकॉम कंटेंट बोर्ड (2017-2023) में बोर्ड रोल भी शामिल है। वह फाउंडलिंग म्यूजियम, नेशनल गैलरी और टेट की ट्रस्टी भी रह चुकी हैं। 2015 से 2021 तक शाह ने कमिटी ऑन स्टैंडर्ड्स इन पब्लिक लाइफ में एक इंडिपेंडेंट मेंबर के तौर पर काम किया है। वह 2015 से 2021 तक वो रोज ब्रुफोर्ड कॉलेज ऑफ थिएटर एंड परफॉर्मेंस में बोर्ड चेयर भी रही हैं।
1999 से 2010 तक शाह बीबीसी वर्ल्डवाइड (अब बीबीसी स्टूडियोज) में इमर्जिंग मार्केट्स, EMEIA के लिए डायरेक्टर ऑफ सेल्स थीं। उस दौरान, उन्होंने बीबीसी वर्ल्डवाइड इंडिया चैनल्स लिमिटेड और वर्ल्डवाइड मीडिया लिमिटेड के लिए बोर्ड मेंबर के तौर पर भी काम किया। वर्ल्डवाइड मीडिया लिमिटेड, बीबीसी वर्ल्डवाइड और टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप का एक जॉइंट वेंचर था जो बीबीसी की कुछ अहम मैगजीन टाइटल्स पब्लिश करता था।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login