कनाडा में फेडरल कैबिनेट के फेरबदल के कुछ ही घंटों बाद नेपियन से लिबरल सांसद चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर तीखा हमला बोलते हुए उनसे इस्तीफा मांग लिया है। यह बेहद अहम राजनीतिक घटनाक्रम है। क्योंकि आर्य दक्षिण एशियाई मूल के पहले लिबरल सांसद हैं जिन्होंने ट्रूडो के नेतृत्व पर सार्वजनिक तौर पर आपत्ति जताई है। हालांकि, हाउस ऑफ कॉमन्स में चौथी सबसे बड़ी पार्टी न्यू डेमोक्रेट्स के नेता जगमीत सिंह पहले भी ट्रूडो के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। लेकिन आर्या लिबरल गुट के भीतर से ट्रूडो के खिलाफ बगावत करने वाले पहले दक्षिण एशियाई सांसद हैं।
इस बीच चंद्र आर्य ने खुलकर क्रिस्टिया फ्रीलैंड को लिबरल पार्टी का नया नेता बनाने की वकालत की है। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। न ही किसी अन्य लिबरल नेता ने ट्रूडो को चुनौती देने की इच्छा जाहिर की है। अपने एक पेज के लेटर में आर्य ने ट्रूडो को लिखा है कि हालांकि वे आर्थिक रूप से केंद्र-दक्षिणपंथी विचारधारा के हैं। वह ट्रूडो के वामपंथी रुख से कई बार असहमत रहे हैं। इसके बावजूद पिछली गर्मियों से वे उनका समर्थन करते रहे हैं। लेकिन अब आर्य का मानना है कि ट्रूडो को हाउस ऑफ कॉमन्स का विश्वास प्राप्त नहीं है। लिबरल गुट के अधिकांश सदस्य भी उनका समर्थन नहीं करते हैं।
उन्होंने लेटर में लिखा है कि 'हालांकि, आज यह स्पष्ट हो गया है कि हाउस ऑफ कॉमन्स में अब आपका विश्वास नहीं है। अब मुझे यकीन है कि लिबरल गुट के अधिकांश सदस्य अब आपके नेतृत्व का समर्थन नहीं करते हैं। क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे ने एक महत्वपूर्ण बदलाव को उजागर किया है। हालांकि मैं उनकी घोषणा के समय से निराश था। लेकिन मुझे उनकी असाधारण राजनीतिक समझ को स्वीकार करना होगा। चाहे योजना से हो या परिस्थितियों से, वे आपके नेतृत्व के लिए एक विश्वसनीय और स्थिर विकल्प के रूप में उभरी हैं।'
आर्य ने लिखा है कि, 'आपकी कम स्वीकृति रेटिंग के बावजूद, आप के लिए मेरा समर्थन एक व्यवहार्य और आश्वस्त करने वाले विकल्प की कमी के कारण था। क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने अब उस खाली जगह को भर दिया है। लिबरल गुट और आम कनाडाई लोगों के लिए वह स्थिरता और क्षमता का प्रतिनिधित्व करती हैं। वह नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। उनका सफल ट्रैक रेकॉर्ड उन्हें नए अमेरिकी प्रशासन द्वारा उत्पन्न होने वाली चुनौती का सामना करने के लिए आदर्श रूप से तैयार करता है।'
आर्य ने फ्रीलैंड की 'विनम्र लेकिन दृढ़' रणनीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक कुशल नेता हैं जो पार्टी को एकजुट कर सकती हैं। उनके मुताबिक, विपक्षी दलों के एकजुट होने और अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर, ट्रूडो को तुरंत नेतृत्व छोड़ देना चाहिए ताकि पार्टी की विरासत को बचाया जा सके।
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