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दो उपकरणों की जब्ती के बाद मस्क की सफाई, भारत में काम नहीं कर रहा Starlink

भारत में हाल ही में दो Starlink उपकरणों के जब्त होने के बाद एलन मस्क की सफाई सामने आई है। एक उपकरण मणिपुर में एक सैन्य अभियान के दौरान और दूसरा समुद्र में 4.2 अरब डॉलर की ड्रग तस्करी के मामले में जब्त हुआ था। मस्क ने बताया है कि भारत में Starlink सेवाएं निष्क्रिय हैं।

 Starlink भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस देने की मंजूरी मांग रहा है। / Reuters

एलन मस्क ने बताया है कि भारत में Starlink का सैटेलाइट इंटरनेट अभी काम नहीं कर रहा है। ये बयान पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय अधिकारियों द्वारा Starlink के दो उपकरणों को जब्त किए जाने के बाद आया है। एक उपकरण युद्ध क्षेत्र में और दूसरा ड्रग तस्करी के मामले में जब्त किया गया था। Starlink भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस देने की मंजूरी मांग रहा है। मस्क की कंपनी इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रही है। 

मस्क ने मंगलवार देर रात X (पहले Twitter) पर लिखा, 'भारत में Starlink के सैटेलाइट बीम्स बंद हैं और पहले कभी चालू ही नहीं हुए थे।' वह भारतीय सेना के एक पोस्ट का जवाब दे रहे थे। इस पोस्ट में मणिपुर राज्य में 13 दिसंबर को हुई एक तलाशी अभियान की जानकारी दी गई थी। मणिपुर भारत के पूर्वोत्तर में है, जहां पिछले साल की शुरुआत से जातीय हिंसा जारी है। इस पोस्ट में जब्त हथियारों और Starlink के लोगो वाली एक सैटेलाइट डिश और रिसीवर की तस्वीरें भी थीं। 

तलाशी अभियान से जुड़े सेना के दो अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि Starlink का लोगो वाला उपकरण एक आतंकवादी समूह इस्तेमाल कर रहा था। उनका कहना है कि यह उपकरण पड़ोसी देश म्यांमार की सीमा से तस्करी करके लाया गया होगा। म्यांमार में गृहयुद्ध चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में विद्रोही समूहों द्वारा Starlink उपकरणों के इस्तेमाल की बात सामने आ चुकी है। हालांकि Starlink की म्यांमार में भी कोई सर्विस नहीं है। 

इस महीने की शुरुआत में भारत की पुलिस ने समुद्र में ड्रग तस्करों को 4.2 अरब डॉलर (लगभग 34 हज़ार करोड़ रुपये) की मेथामफेटामाइन के साथ पकड़ा था। उस दौरान जब्त एक उपकरण की खरीद संबंधी जानकारी मांगते हुए पुलिस ने Starlink को कानूनी नोटिस भेजा था। यह भारत में हुई अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती में से एक है। पुलिस को शक है कि तस्कर नेविगेशन के लिए इस इंटरनेट डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे थे।

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