पेन स्टेट ने नरेन गुरसाहनी को अपने नवगठित कैंपेन लीडरशिप काउंसिल (सीएलसी) में जगह दी है। यह फंडरेजिंग कैंपेन का ही एक हिस्सा है। नरेन पेन स्टेट के ही पूर्व छात्र हैं।
प्रेसिडेंट नीली बेंदापुडी का कहना है कि इस कैंपेन का उद्देश्य विश्वविद्यालय के इतिहास का सबसे अहम कैंपेन बनना है। सीएलसी में गुरसाहनी की भागीदारी पेन स्टेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
गुरसाहनी को पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं। इनमें आउटस्टैंडिंग इंजीनियरिंग एलुमनाई, एलुमनाई फेलो, डिस्टिंगुइश्ड एलुमनाई अवॉर्ड्स शामिल हैं। गुरसाहनी के अलावा उनकी पत्नी जूडी भी लॉरेल सर्कल के मेंबर हैं।
बेंदापुडी ने सीएलसी सदस्यों के समर्पण की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे काउंसिल मेंबर अपनी पेशेवर उपलब्धियों के अलावा उदारता, सेवा और परोपकार के जरिए विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट योगदान देते हैं और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
काउंसिल का संचालन 1989 में स्माइल कॉलेज ऑफ बुसिएन्स के ग्रेजुएट और सिटीग्रुप में वेल्थ मामलों के प्रमुख एंडी सीग संभालते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम लोग जिस मुकाम पर हैं, उसमें पेन स्टेट का बड़ा योगदान रहा है और बड़ी बात ये है कि हम इसके लिए आभारी हैं। हम जो सहयोग आज जुटा रहे हैं, उसका फायदा पेन स्टेट की आने वाली पीढ़ियों को मिलेगा।
नरेन गुरसाहनी ने 1983 में कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से स्नातक किया था। वह फिलहाल नेक्स्टएरा एनर्जी और स्टेरिसाइकिल के निदेशक हैं। वह बरविंड कॉर्पोरेशन के एडवाइजर हैं और पेन स्टेट के ट्रस्टी हैं। वह एडीटी कॉर्पोरेशन के सीईओ प्रेसिडेंट के अलावा टाइको इंटरनेशनल और जनरल इलेक्ट्रिक में एग्जिक्यूटिव भी रहे हैं।
एंडी सीग के नेतृत्व में सीएलसी का उद्देश्य विभिन्न विश्वविद्यालय क्षेत्रों से 500 से अधिक स्वयंसेवकों को एकजुट करना है, जो उच्च शिक्षा, अनुसंधान एवं सार्वजनिक सेवा के पेन स्टेट के मिशन को आगे बढ़ाने में योगदान दे सकें।
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