ADVERTISEMENTs

कैलिफोर्निया में दिनदहाड़े Bhindi’s ज्वेलर्स को बनाया निशाना, डकैत जूलरी लूटकर हो गए फरार

एक दर्जन अपराधियों ने Bhindi’s ज्वेलर्स में घुसकर कांच के डिस्प्ले केस तोड़ डाले। बड़ी मात्रा में गहने चुराने के बाद कार में सवार होकर फरार हो गए। इसी तरह की एक डकैती पहले 4 मई को पड़ोसी शहर सनीवेल, कैलिफोर्निया में हुई थी।

पांचवीं पीढ़ी के जूलर कर्सनजी भिंडी द्वारा 1952 में Bhindi ज्वेलर्स की स्थापना की गई थी। 1987 से यह नेवार्क में भारतीय अमेरिकी समुदाय की सेवा कर रहा है। / Courtesy Photo

कैलिफोर्निया में 29 मई की दोपहर कम से कम एक दर्जन अपराधियों ने Bhindi’s ज्वेलर्स में घुसकर कांच के डिस्प्ले केस तोड़ डाले। बड़ी मात्रा में गहने चुराने के बाद कार में सवार होकर फरार हो गए। इस वारदात के बाद से सैन फ्रांसिस्को के ईस्ट बे क्षेत्र में स्थित यह स्टोर बंद है। इसी तरह की एक डकैती पहले 4 मई को पड़ोसी शहर सनीवेल, कैलिफोर्निया में हुई थी।

एक स्टोर मैनेजर ने अपना नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर New India Abroad को बताया कि हम स्टोर का जल्द ही फिर से खोलेंगे और अपना काम शुरू कर देंगे। हमें नुकसान का आकलन करने की जरूरत है। मैनेजर ने चोरी गए गहनों की कीमत का खुलासा करने से मना कर दिया। नेवार्क (Newark) पुलिस ने बताया कि नुकसान की आकलन करने के लिए जांच की जा रही है। Bhindi ज्वेलर्स 22 कैरेट सोने के गहने बेचने के लिए जाना जाता है। इसकी कीमत बहुत अधिक होती है। फ्रीमोंट, नेवार्क और यूनियन सिटी का त्रिकोणीय क्षेत्र अमेरिका में सबसे बड़े भारतीय अमेरिकी समुदायों में से एक है।

नेवार्क पुलिस की कैप्टन जोडी मैसियास ने New India Abroad को बताया कि जांच चल रही है। संदिग्धों को हथियारों के साथ देखा या बताया नहीं गया है। डकैती में किसी को भी चोट नहीं आई, जो कुछ ही मिनटों में हुई थी। कैप्टन ने बताया कि अभी तक किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या स्टोर के कर्मचारियों या मैनेजर को संदिग्धों के बारे में पता था? मैसियास ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि कोई जाना-पहचाना संबंध है। लेकिन अभी तक यह तय नहीं हुआ है।

पुलिस घटना के बारे में किसी भी जानकारी वाले लोगों से नेवार्क डिटेक्टिव ब्लेयर स्लावजा से 510-578-4966 पर या Blair.Slavazza@newark.org पर संपर्क करने का अनुरोध कर रही है। जानकारी हॉटलाइन 510-578-4929 पर भी बिना अपना परिचय उजागर किए दी जा सकती है।

पांचवीं पीढ़ी के जूलर कर्सनजी भिंडी द्वारा 1952 में Bhindi ज्वेलर्स की स्थापना की गई थी। 1987 से यह नेवार्क में भारतीय अमेरिकी समुदाय की सेवा कर रहा है। स्टोर का कैलिफोर्निया के आर्टेसिया, अटलांटा, जॉर्जिया में भी शोरूम है।

इसी तरह की एक डकैती पहले 4 मई को पड़ोसी शहर सनीवेल, कैलिफोर्निया में हुई थी। कम से कम 10 लोग मास्क पहनकर दुकान में घुसे थे। डिस्प्ले केस तोड़ने दिया था। पुलिस का कहना है कि कम से कम एक संदिग्ध के पास बंदूक थी। हथौड़ों का उपयोग करके कांच के डिस्प्ले केस तोड़ने के बाद चोरों ने भागने वाली कारों में सवार होने से पहले बड़ी मात्रा में गहने चुरा लिए। दोनों डकैतियों के तरीके में समानता है।

सनीवेल वारदात में अब तक किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है। दो लगातार डकैतियों के बावजूद मैसियास ने NIA को बताया कि विशेष रूप से भारतीय आभूषण की दुकानों को निशाना बनाने वाले कोई पुष्टि किए गए पैटर्न नहीं हैं। इस डकैती का हेट क्राइम होने का कोई सबूत नहीं है।

वहीं, पूर्व अमेरिकी कांग्रेस के उम्मीदवार ऋषि कुमार ने लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी से कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बे एरिया में भारतीय अमेरिकी स्वामित्व वाली आभूषण की दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है। अब समय आ गया है कि कानून और व्यवस्था बहाल की जाए और ऐसी वारदात को रोका जाए।

कम से कम पिछले पांच साल से भारतीय अमेरिकी महिलाओं के सोने की चेन छीनने की घटना बढ़ती जा रही है। ऐसी वारदात पार्कों में और उपनगरीय सड़कों पर अक्सर दिन के उजाले में होती हैं। एक संदिग्ध पीछे से पीड़िता के पास आता है और उनकी सोने की चेन को तोड़ देता है। इस दौरान हमलावर अक्सर महिला को नीचे गिरा देते हैं और चेन लेकर फरार हो जाते हैं।

इसके बाद ये लुटेरे फिर लूटे गए सोने की चेन को खरीदारों को बेचने से पहले पिघला देते हैं। भारतीय महिलाओं को इसलिए निशाना बनाया जाता है, क्योंकि वे जो सोना पहनती हैं वह अधिक शुद्ध (18 से 22 कैरेट) होता है। वहीं, अन्य अमेरिकी महिलाएं 14 कैरेट का सोना पहनती हैं। फ्रीमोंट पुलिस ने महिलाओं को सलाह दी है कि वे सार्वजनिक रूप से सोने की चेन न पहनें या उन्हें कपड़ों की परतों के नीचे छिपाकर रखें।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related