भारतीय-अमेरिकी शहरी योजनाकार नित्या रमन ने लॉस एंजिलिस सिटी काउंसिल सीट फिर जीत ली है। उन्हे 5 मार्च के चुनाव में 50% से अधिक मत मिले और इस तरह से वह नवंबर में होने वाली एक और 'भिड़ंत' से बच गई हैं।
नित्या जब अमेरिका आई थीं तो महज 6 साल की थीं। उनका परिवार भारत से अमेरिका आ बसा था। नवंबर 2020 के चुनाव में 17 वर्षों में सिटी काउंसिल में किसी पदधारी को हटाने के बाद वह पहली बार सिटी काउंसिल के लिए चुनी गई थीं।
So much joy, so much relief, so much gratitude.
— Nithya Raman (@nithyavraman) March 15, 2024
I'm very happy to share that our campaign has secured more than half of the vote in the primary and won our race outright.
Thank you to Levon Baronian and Ethan Weaver for running spirited, passionate campaigns. pic.twitter.com/U21eNi6D82
सिटी काउंसिल में अकेली अप्रवासी नित्या अपनी सीट के लिए दो विरोधियों से बड़ी चुनौती का सामना कर रही थीं। नित्या के विरोधियों ने शहर में बढ़ती अपराध और बेघर लोगों की समस्या से निपटने की उनकी क्षमता पर सवाल उठाये थे।
उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी और डिप्टी सिटी अटॉर्नी एथन वीवर ने 14 मार्च को एक बयान जारी कर रमन को उनकी जीत पर बधाई दी। वीवर को एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। वीवर को एलएपीडी यूनियन और रियल-एस्टेट समूहों से फंडिंग समर्थन प्राप्त था।
काउंटी रजिस्ट्रार के नवीनतम नतीजों से पता चलता है कि रमन को 32,000 से अधिक वोट मिले, जो लगभग 50.6% हैं। मतों का यह प्रतिशत नवंबर में होने वाले चुनाव से बचने के लिए निर्धारित सीमा से ठीक ऊपर रहा। दूसरे स्थान पर वीवर के पास 24,000 से अधिक वोट थे (38.6%) और उनके बाद लेवोन बैरोनियन को लगभग 7,000 वोट (10.7%) मिले थे।
जीत के बाद रमन ने कहा कि उन्हें 'एंजेलीनो' होने पर गर्व है क्योंकि मतदाताओं ने वीवर और उनका समर्थन करने वाली यूनियनों के भारी खर्च को खारिज कर दिया है। रमन ने कहा कि वह समझती हैं कि मतदाता बेघर होने के बारे में क्या महसूस करते हैं। बकौल रमन यहां बहुत निराशा और गुस्सा है और ईमानदारी से कहूं तो मुझे भी वही निराशा महसूस हो रही है।
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