कनाडा में मंदिरों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं के बीच ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में स्थापित की जा रही हनुमान जी की 55 फुट ऊंची प्रतिमा का विरोध होने लगा है। इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। रात में भी निगरानी की जा रही है।
हनुमान जी की 55 फुट ऊंची यह प्रतिमा ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में स्थापित की जा रही है। मंदिर के एक पुजारी के अनुसार, प्रतिमा का निर्माण कार्य 95 फीसदी पूरा हो चुका है। मूर्ति का निर्माण राजस्थान के प्रसिद्ध मूर्तिकार नरेश कुमावत की टीम कर रही है। प्रतिमा का अनावरण अगले साल 23 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर किया जाना प्रस्तावित है।
इस प्रतिमा को लेकर कुछ लोग सोशल मीडिया पर खिलाफ में बयानबाजी कर रहे हैं। इनमें कनाडाई नेटिज़न्स नाम का एक ग्रुप प्रमुख है। उसकी तरफ से हिंदू कनाडाई लोगों और हिंदू देवताओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट की जा रही हैं। इस पर रोक लगाने के लिए शिकायत भी दाखिल की गई है।
मंदिर के एक पुजारी ने मीडिया से बातचीत में सुरक्षा बढ़ाए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर के मैदान में स्थापित की जा रही इस प्रतिमा के लिए सभी नियमों का पालन किया गया है। अधिकारियों से उचित अनुमति के बाद ही मूर्ति लगाई जा रही है।
हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर इस विवाद ने कनाडा में एक बार फिर से हिंदूफोबिया को हवा दे दी है। वैसे भी जिस ब्रैम्पटन में यह प्रतिमा स्थापित की जा रही है, वह हिंदू विरोधी घटनाओं खासकर खालिस्तान समर्थक गतिविधियों का केंद्र रहा है।
पहले भी कई बार मंदिरों को विरूपित किया जा चुका है। भारत माता मंदिर के बाहर भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाना, वाणिज्य दूतावास शिविर में खालिस्तानी समर्थकों का विरोध प्रदर्शन और मिसिसॉगा में भारत विरोधी नारों के साथ राम मंदिर में तोड़फोड़ जैसी घटनाएं हो चुकी हैं।
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