भारत में भुगतान और सेटलमेंट सिस्टम का प्रबंधन करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने भारत की यात्रा करने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों, अप्रवासी भारतीयों के लिए एक वॉलेट लॉन्च किया है। 'UPI वन वर्ल्ड' वॉलेट भारत के प्रमुख तत्काल भुगतान प्रणाली का उपयोग करेगा जिसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के रूप में जाना जाता है। इसका उद्देश्य भारत आने वालों के लिए डिजिटल भुगतान को आसान और सुविधाजनक बनाना है।
यह सेवा 21 से 31 जुलाई, 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित होने वाली विश्व धरोहर समिति की बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के लिए विस्तारित की गई है, जो इस आयोजन के दौरान उनके अनुभव को बेहतर बनाएगी। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय विजिटर्स और भारत में अक्सर आने वाले भारतीय प्रवासी, नकदी ले जाने या विदेशी मुद्रा को संभालने की चिंता किए बिना भारत की संस्कृति, खानपान और आकर्षणों का आसानी से पता लगा सकते हैं।
वॉलेट पासपोर्ट और वैध वीजा का उपयोग करके वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी करने के बाद हवाई अड्डों, होटलों, मुद्रा विनिमय स्थानों और अन्य बताए जगहों पर प्राप्त किया जा सकता है। यात्री QR कोड स्कैन करके भुगतान करने के लिए UPI वन वर्ल्ड ऐप का उपयोग कर सकते हैं। इस्तेमाल नहीं की गई बाकी रकम को विदेशी मुद्रा नियमों के अनुसार मूल भुगतान स्रोत में वापस ट्रांसफर किया जा सकता है।
यह सेवा भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन में NPCI, IDFC फर्स्ट बैंक और ट्रांसकॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड का संयुक्त प्रयास है। एनपीसीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम UPI वन वर्ल्ड के माध्यम से भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को UPI अनुभव प्रदान करने के लिए उत्साहित हैं। इस कदम का उद्देश्य भारतीयों के बीच सबसे पसंदीदा भुगतान विकल्प UPI से लैस करके विजिटर्स के अनुभव को बढ़ाना है।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत द्वारा विकसित रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली का अनुभव विदेशी यात्रियों को देने के द्वारा हम एक अधिक परस्पर जुड़े हुए वैश्विक डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।
NPCI का यह कदम वैश्विक डिजिटल भुगतान परिदृश्य में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करता है। अकेले जून 2024 में UPI ने लगभग 14 बिलियन लेनदेन किए, जिसकी कीमत लगभग 240 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। 2023 में UPI ने भारत में सभी डिजिटल भुगतान लेनदेन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा संभाला, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी रीयल-टाइम भुगतान प्रणालियों में से एक बन गया है।
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