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भारत में चुनाव प्रभावित करने को इजरायल से चल रहा था खुफिया अभियान, OpenAI का बड़ा खुलासा

ओपनएआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये खुफिया ऑपरेशन भारत में चुनाव के दौरान लोगों की राय बदलने और राजनीतिक नतीजों को प्रभावित करने के इरादे से अंजाम दिया जा रहा था। इसके लिए कई अकाउंट्स का इस्तेमाल हो रहा था। ये सभी इजराइल से संचालित हो रहे थे।

OpenAI का दावा है कि खुफिया अभियान के निशाने पर पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी थी। / @narendramodi

चैटजीपीटी की मूल अमेरिकी कंपनी OpenAI ने भारत में चल रहे लोकसभा चुनावों को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। कंपनी का दावा है कि इजरायल की एक कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके भारत में चुनावों को प्रभावित करने के लिए खुफिया अभियान चला रही थी, जिसे उसने नाकाम कर दिया है। 

ओपनएआई का यह दावा भारत में 4 जून को लोकसभा चुनावों के परिणाम घोषित होने से ठीक चार दिन सामने आया है। कंपनी की थ्रेट इंटेल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एआई की मदद से इजरायल से भारत केंद्रित कमेंट्स का अभियान शुरू किया गया था। इनमें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विरोधी एजेंडा चलाया जा रहा था और विपक्षी दल कांग्रेस की तारीफ की जा रही थी। 



ओपनएआई का दावा है कि इस कंपनी का नाम STOIC है, जो अपने नेटवर्क के जरिए इस गुप्त अभियान को अंजाम दे रही थी। यह इजरायल की एक पॉलिटिकल कैंपने मैनेजमेंट फर्म है और किराए पर अपनी सेवाएं उपलब्ध कराती है। इसने मई के महीने में इंग्लिश में कंटेंट प्रसारित करके लोगों को प्रभावित करने का अभियान शुरू किया था। इसने अपने ऑपरेशन को Zero Zeno नाम दिया था। 

ओपनएआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये खुफिया ऑपरेशन चुनाव के दौरान लोगों की राय बदलने और राजनीतिक नतीजों को प्रभावित करने के इरादे से अंजाम दिया जा रहा था। इसके लिए कई अकाउंट्स का इस्तेमाल हो रहा था। ये सभी इजराइल से संचालित हो रहे थे। इनके जरिए एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वेबसाइटों और यूट्यूब पर कंटेंट बनाकर और संशोधित करके फैलाया जा रहा था। 

ओपनएआई की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अब यह बिल्कुल साफ हो चुका है कि कुछ भारतीय राजनीतिक दलों द्वारा या उनके इशारे पर भारतीय जनता पार्टी को निशाना बनाते हुए गलत सूचनाएं फैलाई जा रही थीं। इस विदेशी दखलंदाजी के निशाने पर बीजेपी ही थी। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक बेहद खतरनाक खतरा है।

 



केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह साफ है कि भारत और भारत के बाहर निहित स्वार्थी तत्व इस ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। इसकी गहन जांच पड़ताल होनी चाहिए और पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि मेरा तो ये भी कहना है कि ये प्लेटफॉर्म इस खुफिया अभियान की जानकारी बहुत पहले दे सकते थे। लेकिन उन्होंने इसका खुलासा तब करने का फैसला किया, जब देश में चुनाव खत्म होने के कगार पर हैं। 

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