अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मूल के 26 वर्षीय शोधकर्ता सुचिर बालाजी का शव संदिग्ध हालत में मिला है। OpenAI में चार साल तक काम कर चुके बालाजी ने चैटजीपीटी को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे।
बालाजी का शव 26 नवंबर को उनके बुकानन स्ट्रीट अपार्टमेंट में मिला। सैन फ्रांसिस्को पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है और किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।
बालाजी की मौत पर OpenAI के सह-संस्थापक व सीईओ सैम ऑल्टमैन के आलोचक एलन मस्क ने X पर क्रिप्टिक 'हम्म' के साथ प्रतिक्रिया दी है। बालाजी ने OpenAI में 2020 से लेकर 2024 तक काम किया था।
बालाजी ने Quora में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने OpenAI, Scale AI और Helia में मशीन लर्निंग इंटर्न के रूप में अनुभव प्राप्त किया।
बालाजी ने अक्टूबर 2024 में आरोप लगाया था कि OpenAI के ChatGPT जैसे जनरेटिव AI टूल बिना लाइसेंस वाले डेटा का उपयोग करके रचनाकारों को नुकसान पहुंचाते हैं और कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन करते हैं। उनके दावे से एआई नैतिकता और कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर गंभीर बहस छिड़ गई थी।
बालाजी का कहना था कि जनरेटिव एआई टूल्स अक्सर उन मूल कार्यों के विकल्प के रूप में कार्य करते हैं जिन पर उन्हें ट्रेंड किया जाता है। इससे फेयर यूज का तक्त एक कमजोर रक्षा कवच बन जाता है।
उन्होंने एक्स पर कहा कि ये चुनौतियां किसी एक कंपनी तक सीमित नहीं हैं। इसे ChatGPT या OpenAI की आलोचना के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि फेयर यूज और जनरेटिव एआई किसी एक उत्पाद या कंपनी की तुलना में काफी व्यापक मसले हैं।
उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि किस तरह एआई टूल्स कॉपीराइट वर्क मार्केट को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। इसने कानूनी विशेषज्ञों और कंटेंट क्रिएटर्स के बीच व्यापक बहस छेड़ दी थी।
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