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भारत-अमेरिका के बीच सुरक्षा संबंधों की मजबूती पर OSAC की बैठक में मंथन

OSAC अमेरिकी विदेश मंत्रालय की राजनयिक सुरक्षा सेवा (DSS) के तहत गठित सार्वजनिक-निजी भागीदारी परिषद है। यह विदेशों में कार्यरत अमेरिकी संगठनों को सुरक्षा सहयोग एवं सूचना साझाकरण में मदद करती है। 

ओवरसीज सिक्योरिटी एडवाइजरी काउंसिल (OSAC) की बैठक चेन्नई में आयोजित की गई। / Image- US embassy India

भारत में अमेरिकी सरकार के सुरक्षा अधिकारियों और निजी क्षेत्र के भारतीय पेशेवरों के बीच सहयोग मजबूत करने के उद्देश्य से हाल ही में चेन्नई में ओवरसीज सिक्योरिटी एडवाइजरी काउंसिल (OSAC) की एक बैठक आयोजित की गई।

बैठक का उद्घाटन चेन्नई स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूत क्रिस होजेस और तमिलनाडु के सूचना प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल सेवा मंत्री डॉ पलानिवेल थियागा राजन ने किया। इस बैठक का उद्देश्य पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी के जरिए उभरती सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करना था।

बता दें कि OSAC अमेरिकी विदेश मंत्रालय की राजनयिक सुरक्षा सेवा (DSS) के तहत गठित सार्वजनिक-निजी भागीदारी काउंसिल है। यह विदेशों में कार्यरत अमेरिकी संगठनों को सुरक्षा सहयोग एवं सूचना साझाकरण की सुविधा प्रदान करती है। 

इस वर्ष की बैठक में भारत स्थित अमेरिकी राजनयिक और कॉर्पोरेट सुरक्षा कर्मियों को भारत के निजी क्षेत्र के समकक्षों से जुड़ने और साथ में सुरक्षा ट्रेनिंग लेने, परामर्श करने और खतरों के विश्लेषण का अवसर प्रदान किया गया। 

चेन्नई स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में राजनयिक सुरक्षा क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी (आरएसओ) स्कॉट शोनॉयर ने सुरक्षा साझेदारी में विश्वास के महत्व पर जोर दिया। शोनॉयर ने कहा कि हमारा उद्देश्य भारतीय समकक्षों के साथ ऐसा विश्वास नेटवर्क तैयार करना है जिससे खतरों की पहचान करने और उनकी ट्रैकिंग करने सहित सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर काम किया जा सके।

तमिलनाडु के आईटी मिनिस्टर ने कहा कि विविधता, इक्विटी, समावेशिता और पहुंच (डीईआईए) तमिलनाडु के डीएनए में हैं। ओएसएसी इन सिद्धांतों को दर्शाता है। यह आयोजन अमेरिका-भारत के बीच वाणिज्यिक और रणनीतिक संबंधों की ताकत को दर्शाता है।

नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में वरिष्ठ क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी क्रिस्टोफर गिलिस ने कहा कि यह सम्मेलन अमेरिकी सरकार और प्राइवेट सेक्टर के बीच संबंधों को मजबूती प्रदान करता है और एक सुरक्षित माहौल तैयार करने में मदद करता है।

प्राइवेट सेक्टर की सह अध्यक्षता कर रहे जॉन पॉल मणिकम ने भारत अमेरिका के बीच सहयोग की तारीफकरते हुए कहा कि ओएसएसी कंट्री चैप्टर भारत में अमेरिकी सुरक्षा प्रोफेशनल्स के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और सहयोग को बढ़ावा देते हैं। ओएसएसी इंडिया चेन्नई चैप्टर भारत में सबसे पुराने चैप्टरों में से एक है। 

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