भारत के शीर्ष बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने के करीब हैं। शुक्रवार को उन्होंने ताइपे के टिएन चेन चोउ को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री कर ली। वह पहले भारतीय पुरुष शटलर हैं, जो ओलंपिक के सेमीफाइनल तक पहुंचे हैं। अब रविवार को उनका मुकाबला विक्टर एलेक्सन से होगा।
शुक्रवार को भारतीय दल को कई और खुशियां मिली थीं। पुरुष हॉकी टीम ने 52 साल बाद ऑस्ट्रेलिया पर 3-2 से शानदार जीत दर्ज करके इतिहास रचा। मनु भाकर ने 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के पदक दौर के लिए क्वालीफाई किया। हालांकि शनिवार को मेडल पाने का उनका सपना टूट गया। वह चौथे स्थान पर रहीं। इससे पहले तीरंदाजी में भारतीय मिश्रित टीम भी पदक से चूक गई।
सातवें दिन के अंत तक भारत के खाते में केवल कांस्य पदक थे। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू से बैडमिंटन महिला एकल में और पुरुष युगल में रंकी रेड्डी व चिराग शेट्टी से काफी उम्मीदें थीं लेकिन वे अपनी-अपनी स्पर्धाओं में राउंड ऑफ 16 से आगे नहीं बढ़ सके।
लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए ताइपे के टिएन चेन चोउ पर 19-21, 21-15, 21-12 से जीत दर्ज की। गैरवरीयता प्राप्त लक्ष्य सेन ने पहला सेट 12वीं वरीयता प्राप्त टिएन चेन चाउ से गंवाने के बाद अपनी गेम योजना में रणनीतिक बदलाव किए और उन्होंने बढ़त बनाई।
दूसरा सेट 21-15 से बराबर करने के बाद लक्ष्य ने अपनी लय बनाए रखी, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी टिएन चेन चाउ में थकान के लक्षण दिखने शुरू हो गए। लक्ष्य ने प्रतिद्वंद्वी को चारों ओर दौड़ाते हुए अपनी बढ़त को मजबूत कर दिया।
बेहतर रणनीति और सहनशक्ति का प्रदर्शन करते हुए लक्ष्य सेन ने तीसरे और अंतिम सेट में आसानी से अपने प्रतिद्वंद्वी पर जीत हासिल कर ली। उन्होंने 76 मिनट में 19-21, 21-15, 21-12 से जीत दर्ज की और पदक दौर के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए।
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