अमेरिका में आगामी चुनाव में बैटलग्राउंड स्टेट्स के रजिस्टर्ड वोटर्स को रोजाना एक मिलियन डॉलर देने की अरबपति एलन मस्क की योजना खतरे में पड़ सकती है। फिलाडेल्फिया जिले के अटॉर्नी कार्यालय ने मस्क की योजना को रोकने की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटा दिया है।
फिलाडेल्फिया काउंटी कोर्ट ऑफ कॉमन प्लीज में शीर्ष अभियोजक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में मस्क की योजना को ऐसी 'अवैध लॉटरी' करार दिया गया है, जो पेंसिल्वेनिया के निवासियों को व्यक्तिगत डेटा साझा करने के लिए प्रेरित करती है। याचिका में इस योजना को रोकने का निर्देश देने की मांग की गई है।
रिपब्लिकन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन करने वाले मस्क अपनी अमेरिकन पीएसी की इस योजना को गिवअवे कहते हैं। लेकिन शीर्ष अभियोजक लॉरेंस क्रैसनर का दावा है कि ये गिवअवे राज्य के उपभोक्ता संरक्षण कानूनों का उल्लंघन है।
शिकायत में कहा गया है कि अगर इस लॉटरी स्कीम पर लगाम नहीं लगाई गई तो इससे फिलाडेल्फिया और पेंसिल्वेनिया के नागरिकों समेत अन्य लोगों को अपूरणीय क्षति होगी और इससे स्वतंत्र न निष्पक्ष चुनाव का जनता का अधिकार धूमिल हो जाएगा।
जब अमेरिकन पीएसी के प्रवक्ता से इस घटनाक्रम पर टिप्पणी के लिए कहा गया तो उन्होंने एक्स पर ग्रुप की ताजा पोस्ट का लिंक भेजा, जिसे मुकदमे की खबर के बाद प्रकाशित किया गया था। यह पोस्ट मिशिगन निवासी उस शख्स के बारे में थी, जिसे एक मिलियन डॉलर का पुरस्कार मिला था। इसमें कहा गया था कि चुनाव तक हर दिन इस तरह के पुरस्कार दिए जाएंगे।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, न्याय विभाग ने अमेरिकन पीएसी को एक पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि एलन मस्क की फ्री-स्पीच और गन-राइट्स याचिका पर दस्तखत करने वाले पंजीकृत मतदाताओं को उपहार की योजना संघीय कानून का उल्लंघन हो सकती है।
गौरतलब है कि पेंसिल्वेनिया उन सात राज्यों में से एक है, जो डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस की किस्मत का फैसला करने वाले हैं। फिलाडेल्फिया को डेमोक्रेट पार्टी का गढ़ माना जाता है।
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