गुयाना में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं हमेशा अपने प्रवासियों को राष्ट्रदूत कहता हूं। राजदूत तो राजदूत होता है लेकिन मेरे लिए आप सभी राष्ट्रदूत हैं। भारतीय संस्कृति और मूल्यों के दूत हैं।
गुयाना के जॉर्जटाउन स्थित नेशनल सेंटर में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी सांसारिक सुख मां की गोद में मिलने वाले आराम से बढ़कर नहीं है। गुयाना के मेरे भाइयों और बहनों का प्यार और स्नेह हमेशा वैसा ही रहता है। मेरा अनुभव कहता है कि आप एक भारतीय को भारत से बाहर ले जा सकते हैं लेकिन भारत को एक भारतीय से अलग नहीं कर सकते।
पीएम ने कहा कि मैंने इंडिया अराइवल मॉन्यूमेंट का दौरा किया। यह लगभग दो शताब्दियों पहले आपके पूर्वजों की लंबी और कठिन यात्रा को जीवंत बनाता है। वे भारत के विभिन्न हिस्सों से यहां आए थे। अपने साथ विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं को लाए थे। समय के साथ उन्होंने इस नई भूमि को अपना घर बना लिया। आज ये भाषाएं, कहानियां और परंपराएं गुयाना की समृद्ध संस्कृति का हिस्सा बन चुकी हैं।
मोदी ने भारत और गुयाना के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया। दिवाली व फगवा जैसे साझा समारोहों और अयोध्या में राम मंदिर से ऐतिहासिक संबंध पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने गुयाना की अनूठी खाद्य परंपराओं की भी प्रशंसा की। लोकप्रिय दाल पूड़ी और राष्ट्रपति इरफान अली के घर पर सात करी भोजन का जिक्र किया।
पीएम मोदी क्रिकेट के लिए साझा प्यार का जिक्र करना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि क्रिकेट के लिए प्यार हमारे देशों को मजबूती से बांधता है। यह सिर्फ एक खेल नहीं है, यह जीवन का एक तरीकाहै, जो हमारी राष्ट्रीय पहचान में गहराई से निहित है। गुयाना में प्रोविडेंस नेशनल क्रिकेट स्टेडियम हमारी दोस्ती के प्रतीक के रूप में खड़ा है।
उन्होंने कहा कि कन्हाई, कालीचरण और चंद्रपॉल भारत में प्रसिद्ध नाम हैं। क्लाइव लॉयड और उनकी टीम कई पीढ़ियों की पसंदीदा रही है। युवा क्रिकेटरों के भी भारत में बहुत प्रशंसक हैं। इनमें से कुछ महान क्रिकेटर आज यहां हमारे साथ हैं। हमारे कई क्रिकेट प्रशंसकों ने इस साल यहां आयोजित टी20 विश्व कप का आनंद लिया था। गयाना में अपने मैच में 'टीम इन ब्लू' के लिए आपके चीयर्स की गूंज भारत में भी सुनी गई।
पीएम मोदी ने अगले साल जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुंभ और प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया। उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर आने का भी न्योता देते हुए कहा कि आप बस्ती या गोंडा की यात्रा कर सकते हैं, जहां से आप में से कई लोग यहां आए थे। आप अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
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