भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति उनकी गहरी समझ और जुनून के लिए प्रसिद्ध न्यूरोसाइंटिस्ट और ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन ( भावातीत ध्यान) आंदोलन के वैश्विक नेता डॉ. टोनी नादर की प्रशंसा की है।
तंत्रिका विज्ञान और वैदिक अध्ययन की पृष्ठभूमि वाले लेबनानी-अमेरिकी विद्वान डॉ. नादर ने महर्षि महेश योगी की शिक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है।
15 फरवरी को X पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले मेरी डॉ. टोनी नादर के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति उनका ज्ञान और जुनून वास्तव में सराहनीय है।
A few days ago, I had a very good interaction with Dr. Tony Nader. His knowledge and passion for Indian culture and spirituality are indeed commendable. https://t.co/FCRkmKfN67
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2025
डॉ. नादर महर्षि अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के वर्तमान अध्यक्ष हैं। इसकी स्थापना महर्षि महेश योगी ने की थी। विश्वविद्यालय पारंपरिक शैक्षणिक विषयों के साथ चेतना-आधारित शिक्षा को एकीकृत करने के लिए जाना जाता है। योगी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ समग्र व्यक्तिगत विकास पर जोर देते हुए ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (टीएम) के अभ्यास को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद डॉ. नादेर ने एक्स पर अपने विचार साझा किए जिन्हे उन्होंने 11 फरवरी को पोस्ट किया और पीएम मोदी से बातचीत को बेहद संतुष्टिदायक बताया। डॉ. नादर ने लिखा कि मेरी माननीय प्रधान मंत्री मोदी जी के साथ उनके आवास पर एक गहन संतुष्टिदायक बैठक हुई। हमने वेद, महर्षि, भावातीत ध्यान, चेतना और विज्ञान पर चर्चा की। न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व परिवार का समर्थन करने वाले नेता की बुद्धिमत्ता, ज्ञान और गहरी देखभाल को प्रत्यक्ष रूप से देखना वास्तव में प्रेरणादायक था। भारत के लोग उनका मार्गदर्शन पाकर भाग्यशाली हैं। उनके दूरदर्शी और पोषणकारी नेतृत्व के तहत भारत कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है और राष्ट्रों के बीच वैश्विक शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
भारतीय दर्शन के साथ डॉ. नादर के जुड़ाव और पूर्वी ज्ञान को पश्चिमी वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ जोड़ने के उनके प्रयासों ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है।
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