ADVERTISEMENTs

पीएम मोदी की अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात, कई मामलों पर चर्चा

अमेरिका में अपने पहले दिन की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गबार्ड को उनकी पुष्टि पर बधाई दी और भारत-अमेरिका साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड और पीएम मोदी। / X/@narendramodi

राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया (DNI) निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। बुधवार को ही गबार्ड की शीर्ष खुफिया पद के लिए पुष्टि हुई। 

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गबार्ड को उनकी पुष्टि पर बधाई दी और भारत-अमेरिका साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। बाद में उन्होंने X पर बैठक का विवरण साझा करते हुए कहा कि वॉशिंगटन डीसी में यूएसए की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। उनकी पुष्टि पर उन्हें बधाई दी। भारत-यूएसए दोस्ती के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वह हमेशा एक मजबूत समर्थक रही हैं।

प्रधानमंत्री ने गबार्ड के साथ अपनी पिछली बातचीत को गर्मजोशी से याद किया। उनकी चर्चा आतंकवाद-निरोध, साइबर सुरक्षा, उभरते खतरों और रणनीतिक खुफिया जानकारी साझा करने पर जोर देने के साथ द्विपक्षीय खुफिया सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित थी। उन्होंने एक सुरक्षित, स्थिर और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया।



गबार्ड को अक्सर उनके हिंदू धर्म के कारण भारतीय मूल का माना जाता है। गबार्ड का जन्म अमेरिकी क्षेत्र अमेरिकी समोआ में हुआ था और उनका पालन-पोषण हवाई और फिलीपींस में हुआ।

उनकी मां कैरोल पोर्टर गबार्ड एक बहुसांस्कृतिक घराने में पली बढ़ी थीं। उनकी मां ने ही उनकी हिंदू धर्म में रुचि विकसित की। मां ने सभी बच्चों को हिंदू नाम दिए जैसे कि भक्ति, जय, आर्यन, तुलसी और वृंदावन।

परिवहन सुरक्षा प्रशासन द्वारा कुछ समय के लिए निगरानी सूची में रखे जाने के बावजूद गबार्ड ने आधिकारिक तौर पर 12 फरवरी को व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में शपथ ली।



संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया और कहा कि हमारे राष्ट्र हमारे लोगों के लाभ और हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

दोनों नेताओं के बीच पिछले सहयोग को रेखांकित करते हुए उन्होंने कि मुझे राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ उनके पहले कार्यकाल के दौरान काम करना बहुत याद है और मुझे यकीन है कि हमारी बातचीत उस आधार पर आगे बढ़ेगी। नवंबर 2024 के बाद से मोदी और ट्रम्प ने राजनयिक संबंधों को मजबूत करते हुए दो बार फोन पर बात की है।

संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा पूरी की जहां उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की। वॉशिंगटन, डीसी की उनकी यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाने में एक और महत्वपूर्ण कदम है।


 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related